Jharkhand Board Class 9TH Science Notes | परमाणु एवं अणु
JAC Board Solution For Class 9TH Science Chapter 3
1. निम्न के बीच बनने वाले यौगिक का सूत्र और नाम लिखिए―
(i) पोटैशियम एवं आयोडाइड आयन
(ii) सोडियम एवं सल्फाइड आयन
(iii) ऐल्युमिनियम एवं क्लोराइड आयन
उत्तर : (i) पोटैशियम आयोडाइड (KI) (ii) सोडियम सल्फाइड (Na₂S) (iii)
एल्युमिनियम क्लोरनाइड AICI₃)
2. निम्न आयनों के संयोग से बनने वाले यौगिकों के सूत्र लिखिए।
(i) Cr³⁺ और F⁻ (ii) Hg²⁺ और S²⁻ (iii) Pb²⁺ और (PO₄)³⁻
उत्तर : (i) Cr F₃ (ii) HgS (iii) Pb³ (PO₄)₂
3. निम्नलिखित यौगिकों के सूत्र लिखिए-
(i) अमोनियम कानिट (ii) बेरियम सल्फेट (iii) कैल्सियम फॉस्फेट
उत्तर : (i) (NH₄)₂CO₃ (ii) BaSO₄ (iii) Ca(PO₄)₂
4. निम्नलिखित सूत्रों द्वारा दर्शाए गए यौगिकों के नाम लिखिए
(i) NiS (ii) Mg(NO₃)₂ (iii) K₂SO₄
उत्तर : (i) निकेल सल्फाइड (ii) मैग्नीशियम नाइट्रेट (iii) पोटैशियम सल्फेट
5. निम्नलिखित यौगिकों के रासायनिक सूत्र लिखिए-
(i) सल्फ्यूरिक अम्ल (ii) कैल्शियम हाइड्रोक्साइड
उत्तर : (i) H₂SO₄ (ii) Ca(OH)₂
6. निम्नांकित सूत्रों द्वारा प्रदर्शित यौगिकों के नाम लिखिए-
(i) Na²S (ii) NH₄HSO₄
उत्तर : (i) सोडियम सल्फाइड (i) अमोनियम सल्फेट
7. डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त का कौन सा अभिग्रहीत द्रव्यमान के संरक्षण
के नियम का परिणाम है?
उत्तर : भिन्न-भिन्न तत्वों के परमाणु परस्पर छोटी पूर्ण संख्या के अनुपात में
संयोग कर यौगिक निर्मित करते हैं।
8. डाल्टन के परमाणु सिद्धांत का कौन-सा भाग अभिग्रहीत निश्चित अनुपात
के नियम की व्याख्या करता है?
उत्तर : डाल्टन के परमाणु सिद्धांत का निम्नलिखित अभिग्रहीत निश्चित
अनुपात के नियम की व्याख्या करता है। किसी भी यौगिक में परमाणुओं की सापेक्ष
संख्या एवं प्रकार निश्चित होते है।
9. परमाणु द्रव्यमान इकाई को परिभाषित कीजिए।
उत्तर : एक परमाणु इकाई द्रव्यमान वह इकाई द्रव्यमान है जो कार्बन-12 के
एक परमाणु के द्रव्यमान के 1/12 भाग कि बराबर होता है।
10. एक परमाणु को आँखों द्वारा देखना क्यों संभव नहीं होता है?
उत्तर : क्योंकि यह आकार में बहुत ही सूक्ष्म होता है।
11. रासायनिक सूत्र का क्या तात्पर्य है?
उत्तर : रासायनिक सूत्र, अणु में उपस्थित तत्वों के प्रतीकों के संदर्भ के अणु
के संघटन को निरूपित करता है।
12. निम्न में कितने परमाणु विद्यमान हैं?
(i) H₂S अणु एवं (ii) PO₄⁻³आयन।
उत्तर : (i) 3 परमाणु (2 परमाणु हाइड्रोजन +1 परमाणु सल्फर)।
(ii) 5 परमाणु (1 परमाणु फॉस्फोरस +4 परमाणु ऑक्सीजन)।
13. बहुपरमाणुक आयन क्या होते हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर : परमाणुओं का समूह जिस पर आवेश होता है बहु परमाणुक आयन
कहलाता है। उदाहरण: सल्फेट (SO⁴)²⁻, फास्फेट (PO₄)³⁻
14. निम्नलिखित के रासायनिक सूत्र लिखिए-
(a) मैग्नीशियम क्लोराइड (b) कैल्सियम आक्साइड (c) कॉपर नाइट्रेट
(d) ऐलुमिनियम क्लोराइड (e) कैल्सियम कानिट
उत्तर : (a) Mg Cl₂, (b) CaO, (c) Cu (NO₃)₂, (d) AICI₃, (e) CaCO₃
15. निम्नलिखित के मात्रक क्या हैं?
(i) आपेक्षिक परमाणु द्रव्यमान (ii) परमाणु द्रव्यमान (iii) मोलर द्रव्यमान
उत्तर : (i) कोई मात्रक नहीं (ii) a.m.u. (iii) ग्राम/मोल
16. पोटैशियम क्लोराइड का सूत्र भार क्या है?
उत्तर : KCI का सूत्र भार = (39+35.5)a.m.u.=74.5a.m.u.
17. C¹² परमाणु के भार के 12वें भाग को क्या कहते हैं?
उत्तर : परमाणु द्रव्यमान इकाई (a.m.u.)
18. एवोगाड्रो स्थिरांक का मान कितना होता है?
उत्तर : 6.022 × 10²³
19. एक मोल में कणों की कुल कितनी संख्या होती है?
उत्तर: 6.022 × 10²³
20. 1a.m.u. की मात्रा ग्राम में कितनी होती है?
उत्तर : 1.66 ×10⁻²⁴
21. मूलानुपाती सूत्र से क्या समझते हैं?
उत्तर : सरलतम अथवा मूलानुपाती सूत्र संकेतों के उस समूह को कहते हैं
जे किसी यौगिक के एक अणु में उपस्थित तत्त्वों के परमाणुओं की संख्या का
सरलतम पूर्णांक अनुपात बतलाता है। जैसे–हाइड्रोजन परऑक्साइड का अणुसूत्र
H₂O₂ है जबकि सरलतम सूत्र HO है।
22. अणु सूत्र से क्या समझते हैं?
उत्तर : किसी यौगिक का अणुसूत्र यौगिक के एक अणु में उपस्थित विभिन्न
तत्वों के परमाणुओं की वास्तविक संख्या बतलाता है; जैसे-हाइड्रोजन
परऑक्साइड का अणुसूत्र H₂O₂ है।
23. मोल क्या है?
उत्तर : किसी पदार्थ का एक मोल ऐवोगाड्रो स्थिरांक (6.022 × 10²³) के
बराबर उसके कणों (अणु, परमाणु या आयन) की संख्या होती है।
अत: 1 मोल = 6.022 × 10²³ अणु, परमाणु या आयन। ग्राम-परमाणु या
ग्राम-अणु को मोल कहते हैं।
24. ग्राम-परमाणु क्या है?
उत्तर : जब किसी तत्व के परमाणु भार को ग्राम में व्यक्त किया जाता है,
तो इसे ग्राम-परमाणु कहते हैं।
उदाहरण : 1 ग्राम परमाणु Na = 32 ग्राम Na
2 ग्राम-परमाणु N = 2 × 14 ग्राम N (नाइट्रोजन)
अतः ग्राम-परमाणु की संख्या = तत्व की ग्राम में मात्रा/तत्व का परमाणु भार
इसे ग्राम-परमाणु भार भी कहते हैं।
25. ग्राम-अणु की परिभाषा लिखें।
उत्तर : जब किसी पदार्थ के अणुभार को ग्राम में व्यक्त किया जाता है तो
इसे ग्राम-अणु कहा जाता है।
उदाहरण : 1 ग्राम-अणु CO₂ = 44 ग्राम CO₂
2 ग्राम-अणु NH₃ = 2 × 17 ग्राम NH₃
अत: ग्राम-अणु की संख्या = पदार्थ की ग्राम में मात्रा/पदार्थ का अणुभार
इसे ग्राम-अणु भार या ग्राम-मोल भी कहते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. एक अभिक्रिया में 5.3 g सोडियम कानिट एवं 6.0 g एथेनॉइक अम्ल
अभिकृत होते हैं। 2.2g कार्बन डाइऑक्साइड, 8.2 g सोडियम एथेनॉएट
एवं 0.9g जल उत्पाद के रूप में प्राप्त होते हैं। इस अभिक्रिया द्वारा दिखाइए
कि यह परीक्षण द्रव्यमान संरक्षण के नियम के अनुरूप है।
सोडियम कार्बोनेट + एथेनॉइक अम्ल → सोडियम एथेनाइट
+ कार्बन डाइऑक्साइड + जल
उत्तर : Na₂CO₃ + CH₃COOH→ CH₃COONa + CO₂ + H₂O
5.3g 6.0g 8.2g 2.2g 0.9g
अभिकर्मकों का द्रव्यमान =5.3+ 6.0 = 11.3g
उत्पादों का द्रव्यमान = 8.2 + 2.2 + 0.9 = 11.3g
इस प्रकार यह अभिक्रिया द्रव्यमान संरक्षण के नियम के अनुरूप है क्योंकि
अभिकर्मकों का द्रव्यमान = उत्पादों का द्रव्यमान।
2. हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन द्रव्यमान के अनुसार 1:8 के अनुपात में संयोग
करके जल निर्मित करते हैं।3g हाइड्रोजन गैस के साथ पूर्ण रूप से संयोग
करने के लिए कितने ऑक्सीजन गैस के द्रव्यमान की आवश्यकता होगी?
उत्तर : हाइड्रोजन व ऑक्सीजन 1:8 के अनुपात में संयोग करके पानी बनाती
है (द्रव्यमान के अनुसार)
अत: 1g हाइड्रोजन के लिए 8 g ऑक्सीजन चाहिए तथा 3g हाइड्रोजन के
लिए 8×3 = 24g ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी।
3. निम्न के सूत्र लिखिए―
(i) सोडियम ऑक्साइड
(ii) ऐलुमिनियम क्लोराइड
(iii) सोडियम सल्फाइड
(iv) मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड
उत्तर : (i) सोडियम ऑक्साइड का सूत्र ― Na₂O
(ii) ऐलुमिनियम क्लोराइड का सूत्र― AIC₃
(iii) सोडियम सल्फाइड का सूत्र― Na₂S
(iv) मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड का सूत्र― Mg(OH)₂
4. निम्नलिखित सूत्रों द्वारा प्रदर्शित यौगिकों के नाम लिखिए―
(I) AI₂(SO₄)₃ (ii) CaCl₂ (iii) K₂SO₄ (iv) KNO₃ (v) CaCO₃
उत्तर : (i) Al₂(SO₄)₃― ऐलुमिनियम सल्फेट
(ii) CaCl₂― काँपर क्लोराइड
(iii) K₂SO₄― पोटैशियम सल्फेट
(iv) KNO₃― पोटैशियम नाइट्रेट
(v) CaCO₃― कैल्सियम कानिट
5. निम्न यौगिकों के आण्विक द्रव्यमान का परिकलन कीजिए।
H₂, O₂, Cl₂, CO₂, CH₄, C₂H₄, NH₃ एवं CH₃ OH
उत्तर : H₂ का आण्विकद्रव्यमान = 2H = 2 × 1 = 2
O₂ का आण्विक द्रव्यमान = 2O = 2 × 16 = 32
Cl₂ का आण्विक द्रव्यमान = 2Cl = 2 × 35.5 = 71
CO₂ का आण्विक द्रव्यमान = C+2O = 12+2×16
= 12 +32 = 44
CH₄ का आण्विक द्रव्यमान = C+4H = 12+4×1
C₂H₆ का आण्विक द्रव्यमान = 2C+6H = 2×12+6×1
= 24+6 = 30
C₂H₄ का आण्विक द्रव्यमान = 2C+6H=2×12 +6×1
= 24 + 6 = 30
NH₃ का आण्विक द्रव्यमान = N+3H = 14 +3×1
= 14 +3 = 17
CH₃ OH का आण्विक द्रव्यमान = C+4HO
= 12+4×1+16
= 12 +4 + 16 = 32
6. निम्न यौगिकों के सूत्र इकाई द्रव्यमान का परिकलन कीजिए―
ZnO,Na₂O एवं K₂CO₃
[दिया गया है : Zn का परमाणु द्रव्यमान = 65 u, Na का परमाणु द्रव्यमान
= 23 u, K का परमाणु द्रव्यमान = 39u,C का परमाणु द्रव्यमान = 12 u
एवं O का परमाणु द्रव्यमान = 16u है।)
उत्तर : ZnOका सूत्र द्रव्यमान =Zn+O=65+16 = 81u
Na₂O का सूत्र द्रव्यमान = 2Na +O =2×23+16 = 46 + 16 = 62 u
K₂CO₃ का सूत्र द्रव्यमान = 2k+C+30 = 2×39 +12+3×16
= 78 +12 +48 = 138 u
7. बहुपरमाणुक आयन क्या होते हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर : आयन की भाँति व्यवहार करने वाले परमाणुओं के गुच्छे को
बहुपरमाणविक आयन कहते हैं। उन पर एक निश्चित आवेश होता है। जैसे कि,
अमोनियम (NH₄)⁺, सल्फेट (SO₄)²⁻, फॉस्फेट (PO₄)³⁻ आदि।
8. निम्नलिखित के रासायनिक सूत्र लिखिए―
(a) मैग्नीशियम क्लोराइड (b) कैल्सियम क्लोराइड
(c) कॉपर नाइट्रेट (d) ऐलुमिनियम क्लोराइड
(e) कैल्सियम कानिट।
उत्तर : (a) मैग्नीशियम क्लोराइड का सूत्र―Mg, CI₂ अथवा MgCl₂
(b) कैल्सियम क्लोराइड का सूत्र―Ca, Cl₂ अथवा CaCl₂
(c) कॉपर नाइट्रेट का सूत्र―Cu, (NO₃) अथवा CuNO₃
(d) ऐलुमिनियम क्लोराइड का सूत्र―AI,CI₃ अथवा AICI₃
(e) कैल्सियम कार्बनिट का सूत्र―Ca₂(CO₃)₂ अथवा CaCO₃
9. निम्नलिखित यौगिकों में विद्यमान तत्वों का नाम दीजिए।
(a) वुझा हुआ चूना,
(b) हाइड्रोजन ब्रोमाइड
(c) बेकिंग पाउडर (खाने वाला सोडा),
(d) पोटेशियम सल्फेट
उत्तर:
यौगिक का नाम रासायनिक सूत्र उपस्थित तत्व
(a) बुझा हुआ चूना। Ca(OH)₂ कैल्सियम, ऑक्सीजन व हाइड्रोजन
(b) हाइड्रोजन ब्रोमाइड HBr हाइड्रोजन, ब्रोमीन
(c) बेकिंग पाउडर। NaHCO₃ सोडियम, हाइड्रोजन, कार्बन,
ऑक्सीजन
(d) पोटैशियम सल्फेट K₂SO₄ पोटैशियम, सल्फर, ऑक्सीजन
10. निम्नलिखित पदार्थों के मोलर द्रव्यमान का परिकलन कीजिए―
(a) एथाइन, C₂H₂ (b) सल्फर अणु,S₈
(c) फॉस्फोरस अणु p₄(फॉस्फोरस का परमाणु द्रव्यमान = 31)
(d) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, HCl
(e) नाइट्रिक अम्ल, HNO₃
उत्तर : किसी पदार्थ के एक मोल अणु के द्रव्यमान को उसको मोलर द्रव्यमान
कहते है।
(a) कार्बन का परमाणु द्रव्यमान = 12u
हाइड्रोजन का परमाणु द्रव्यमान =1u
C₂H₂ का अणु द्रव्यमान = 2×C का परमाणु द्रव्यमान × H का परमाणु द्रव्यमान
= 2×12+2×1 = 24+2 = 26 u
∴ C₂H₂ का मोलर द्रव्यमान = 26g
(b) सल्फर का परमाणु द्रव्यमान = 32u
S₈ का अणु द्रव्यमान = 8×32 = 256g
∴ S₈ का मोलर द्रव्यमान = 256g
(c) फॉस्फोरस का परमाणु द्रव्यमान = 31u
P₄ का अणु द्रव्यमान = 4×31 = 124u
∴ P₄ का मोलर द्रव्यमान = 124g
(d) हाइड्रोजन का परमाणु द्रव्यमान =1u
क्लोरीन का परमाणु द्रव्यमान = 35.5u
HCl का अणु द्रव्यमान = H का परमाणु द्रव्यमान +Cl का परमाणु द्रव्यमान
=1+35.5 = 36.5u
∴ HCl का मोलर द्रव्यमान = 36.5g
(e) हाइड्रोजन का परमाणु द्रव्मान =1u
नाइट्रोजन का परमाणु द्रव्यमान = 14u
ऑक्सीजन का परमाणु द्रव्यमान = 16u
HNO₃ का अणु द्रव्यमान = H का परमाणु द्रव्यमान + N का परमाणु द्रव्यमान
+3×0 का परमाणु द्रव्यमान
=1+14+3 × 16 = 1+14+48 = 63 u
∴ HNO₃ का मोलर द्रव्यमान = 63g
11. डाल्टन का परमाणुवाद सिद्धान्त का वर्णन करें।
उत्तर― डाल्टन का परमाणुवाद सिद्धान्त निम्नांकित है―(i) प्रत्येक तत्त्व
असंख्य एवं सूक्ष्मकणों के मिलने से बना है जिसे परमाणु कहते है। (ii) परमाणु
अविभाज्य है। (iii) परमाणु अविनाशी है। इसे न तो नष्ट किया जा सकता है और
न तो निर्माण किया जा सकता है। (iv) एक ही तत्त्व के सभी परमाणु प्रत्येक दृष्टि
से (भार, आकार व अन्य गुणों मे) समान होते है तथा अलग-अलग तत्त्वों के
परमाणु भिन्न-भिन्न होते है, कदापि समान नहीं होते है। (v) विभिन्न तत्त्वों में
परमाणु सरल एवं निश्चित अनुपात में संयोग करते है।
12. मोल क्या है?
उत्तर―किसी पदार्थ का एक मोल ऐवोगाड्रो स्थिरांक (6.022×10²³) के
बराबर उसके कणों (अणु, परमाणु या आयन) की संख्या होती है। अतः 1 मोल
= 6.022 × 10²³ अणु, परमाणु या आयना ग्राम-परमाणु या ग्राम-अणु को मोल
कहते हैं।
13. ग्राम-परमाणु क्या है?
उत्तर―जब किसी तत्त्व के परमाणु भार को ग्राम में व्यक्त किया जाता है,
तो इसे ग्राम-परमाणु कहते हैं।
उदाहरण―1 ग्राम परमाणु Na = 23 ग्राम Na
2 ग्राम-परमाणु N=2×14 ग्राम N (नाइट्रोजन)
अतः ग्राम-परमाणु की संख्या = तत्त्व की ग्राम में मात्रा/तत्त्व का परमाणु भार
इसे ग्राम-परमाणु भार भी कहते हैं।
14. तत्त्व तथा यौगिक में अन्तर बताएँ।
उत्तर : तत्त्व तथा यौगिक में अन्तर―
तत्त्व यौगिक
(i) तत्त्व एक ही प्रकार के परमाणु से (i) यौगिक एक से अधिक प्रकार के
बनते हैं। परमाणुओं के मिलने से बनते हैं।
(ii) यह असमान गुणों वाले खंडों में (ii) इसको रासायनिक विधि से उसके
अविभाज्य हैं। अवयवों में तोड़ा जा सकता है।
15. यौगिक तथा मिश्रण में अन्तर बताएँ।
उत्तर : यौगिक तथा मिश्रण में अन्तर―
यौगिक मिश्रण
(i) यह दो या दो से अधिक तत्त्वों के (i) यह दो या दो से अधिक पदार्थों
परमाणुओं के एक निश्चित को किसी भी अनुपात में परस्पर
अनुपात में मिलाने से बनता है। मिला देने से बनता है।
(ii) यह समांग (homogenous) (ii) यह समांग (hemogenous) या
होता है। विषमांग (hetrogenous) कुछ
भी हो सकता है।
(iii) इसके गुण अपने अवयवी तत्त्वों (iii) इसके गुण इसके अवयवी पदार्थों
के गुणों से भिन्न होते हैं। के गुणों के औसत होते हैं। इसमें
इसके अवयवी पदार्थों के गुण
उपस्थित रहते हैं।
(iv) इसके अवयव किसी भी सरल (iv) इसके अवयवों को सरल यांत्रिक
यांत्रिक विधि द्वारा एक-दूसरे से विधियों, जैसे-निथारना,
अलग नहीं किए जा सकते हैं। छानना, स्रवन आदि विधियों द्वारा
अलग किया जा सकता है।
दीर्घ उतरीय प्रश्न
1. स्पष्ट करें कि स्थिर अनुपात तथा गुणित अनुपात के नियम परमाणुओं के
विचार को पुष्टि करते हैं।
उत्तर―स्थिर अनुपात का नियम― "किसी रासायनिक यौगिकों में
द्रव्यमान (mass) के हिसाब से तत्त्वों के अनुपात सदैव निश्चित होते हैं" चाहे वह
यौगिक किसी भी स्रोत से प्राप्त क्यों न किया गया हो।
उदाहरण―पानी में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन का द्रव्यमान के हिसाब से
अनुपात सदैव 1:8 होता है, चाहे पानी वर्षा का हो, नदी का हो या फिर कुएँ का।
चूँकि, एक यौगिक में विभिन्न तत्त्वों का द्रव्यमान के हिसाब से अनुपात
निश्चित होता है। इससे हम यह निष्कर्ष निकालते हैं कि एक यौगिक में प्रत्येक तत्त्व
की मूल इकाइयों की संख्या समान होगी चाहे वह यौगिक किसी भी स्रोत से प्राप्त
किया गया है। एक तत्त्व की सभी मूल इकाइयों का द्रव्यमान भी समान होगा। अतः
प्रत्येक तत्त्व मूल इकाई, जिसे परमाणु कहते हैं, के रूप में यौगिकों में संयुक्त होते
है। पानी (H₂O) में हाइड्रोजन के दो परमाणु तथा ऑक्सीजन का एक परमाणु
होता है।
गुणित अनुपात का नियम― "जब दो तत्त्व परस्पर संयोग करके एक से
अधिक यौगिक बनाते हैं, तो उनमें में किसी एक तत्त्व के विभिन्न भार, जो दूसरे
तत्त्व के निश्चित भार से संयोग करते हैं, परस्पर सरल (पूर्णांकों के) अनुपात में
होते हैं।"
उदाहरण―हाइड्रोजन और ऑक्सीजन परस्पर संयोग करके दो यौगिक पानी
(H₂O) तथा हाइड्रोजन परऑक्साइड (H₂O₂) बनाते हैं।
पानी में हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन का अनुपात 1: 8 तथा हाइड्रोजन
परऑक्साइड में हाइड्रोजन का अनुपात 1:16 है।
इस प्रकार, हम देखते है कि दो यौगिको (H₂O तथा H₂O₂) में ऑक्सीजन
के विभिन्न भार (क्रमशः 8 तथा 16) जो हाइड्रोजन के निश्चित भार (1) से संयोग
करते हैं, परस्पर सरल अनुपात (8:16 = 1:2) में हैं।
चूँकि, एक जैसे तत्त्वों से बने दो या दो से अधिक यौगिकों में एक तत्त्व के
द्रव्यमानों का अनुपात, जो दूसरे तत्त्व के निश्चित द्रव्यमानों से संयोग करता है,
सरल पूर्णाकों के द्वारा संबंधित होता है। इसलिए हम कह सकतेहैं कि विभिन्न
यौगिकों में प्रत्येक तत्त्व की मूल इकाई, जो संयोग करती है, उसे परमाणु कहते हैं।
H₂O₂ में हाइड्रोजन दो इकाई (परमाणु) तथा ऑक्सीजन की एक इकाई है तथा
H₂O₂ में हाइड्रोजन की दो इकाइयों के साथ ऑक्सीजन की भी दो इकाइयाँ (परमाणु)
संयुक्त है जिससे सरल अनुपात 1:2 की व्याख्या होती है।
अतः उक्त दोनों नियमों से परमाणु के विचार की पुष्टि हो जाती है।
2. परमाणु और अणु में अन्तर वताएँ या तत्त्व के सूक्ष्मतम कण और यौगिक
के सूक्ष्मतम कण में क्या अन्तर है?
उत्तर―तत्त्व के सूक्ष्मतम कण को परमाणु कहते है तथा यौगिक के सूक्ष्मतम
कण को अणु कहते है। इनमें निम्नांकित भेद है।
परमाणु अणु
(i) यह किसी तत्व का सूक्ष्मतम (i) यह किसी यौगिक का सूक्ष्मतम
कण है। कण है।
(ii) यह स्वतंत्र अवस्था में नहीं पाया (ii) यह स्वतंत्र अवस्था में पाया
जाता है। जाता है।
(iii) दो सदृश या असदृश तत्त्वों के (iii) रायायनिक अभिक्रिया करने के
परमाणु परस्पर संयोग कर अणु पूर्व ही अणु परमाणुओं में टूट
का निर्माण करते है। जाते है। यह परमाणु ही
अभिक्रियाओं में भाग लेते हैं।
(iv) परमाणु गोलीय होता है। (iv) अणु लम्बाकार, त्रिभुजाकार,
वर्गाकार आदि होता है।
(v) किसी तत्त्व के सभी परमाणु (v) किसी यौगिक के सभी अणु
समान गुण वाले होते हैं। समान गुणवाले होते है।
(vi) परमाणु का विभाजन नहीं किया (vi) अणु का विभाजन करने पर
जा सकता। परमाणु प्राप्त होते हैं।
(vii) परमाणु इतना सूक्ष्म होता है कि (vii) सामान्यतः अणुओं को भी
इसे प्रबल से प्रबल माइक्रोस्कोप देखना संभव नहीं है, किन्तु
द्वारा भी देख पाना संभव नहीं कुछ बड़े आकार वाले अणुओं
है। को विशेष यंत्र द्वारा देखना
संभव है।
जैसे―प्रोटीन का अणु।
3. किसी यौगिक के सरल सूत्र एवं अणु सूत्र से क्या समझते हैं? अणुसूत्र,
सरल सूत्र से किस प्रकार संबंधित है?
उत्तर―सरल सूत्र संकेतों के उस समूह को कहते है जो किसी यौगिक के एक
अणु में उपस्थित तत्वों के परमाणुओं की संख्या का सरलतम पूर्णांक अनुपात
बतलाता है।
जैसे―हाइड्रोजन परऑक्साइड के एक अणु में हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन के
दो-दो परमाणु है और इसका अणुसूत्र H₂O₂ है, लेकिन इनके अणु में परमाणुओं
की संख्या से सरलतम पूर्णांक अनुपात 1: 1 है। अतः हाइड्रोजन परऑक्साइड का
सरल सूत्र HO है।
किसी यौगिक का अणुसूत्र यौगिक के एक अणु में उपस्थित विभिन्न तत्त्वों के
परमाणुओं की वास्तविक संख्या बतलाता है। जैसे-जल का अणुसूत्र H₂O होता
है जो बतलाता है कि जल के एक अणु में हाइड्रोजन के दो तथा ऑक्सीजन के एक
परमाणु है। यदि हमें एक से अधिक अणुओं को लिखना रहता है तो वह संख्या
अणुसूत्र के पूर्व लिखी जाती है। जैसे-2H₂O जल के 2 अणु, 3H₂O जल के
3 अणु एवं nH₂O जल के n अणुओं को प्रदर्शित करता है।
सरल सूत्र तथा अणुसूत्र में संबंध ―अणुसूत्र = n × सरल सूत्र जहाँ n एक
पूर्णांक संख्या है।
n का मान निम्नांकित समीकरण से ज्ञात किया जाता है―
n = पदार्थ का अणुभार/पदार्थ का सरल-सूत्रभार ।
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