Jharkhand Board Class 8 Science Notes | ध्वनि
JAC Board Solution For Class 8TH Science Chapter 14
प्रश्न 1. सही विकल्प का चयन करें।
(i) आवृत्ति का मात्रक है-
(क) मीटर (m)
(ख) सेकंड (s)
(ग) हर्ट्स (Hz)
(घ) मीटर/सेकंड (m/s)
(ii) ध्वनि संचरित हो सकती है-
(क) केवल ठोसों में
(ख) केवल द्रवों में
(ग)केवल वायु या गैसों में
(घ) ठोसों, द्रवों तथा गैसों में
(iii) इनमें किसकी आवाज की आवृत्ति सबसे अधिक है-
(क) छोटी बच्ची की
(ख) छोटे बालक की
(ग) महिला की
(घ) पुरुष की
उत्तर―(i)-(ग), (ii)-(घ),(iii)-(क)।
प्रश्न 2. सही अथवा गलत का निशान लगाइए-
(क) किसी कंपित वस्तु की प्रति सेकंड होने वाले कंपनों की संख्या
को इसका आर्वतकाल कहते हैं।
(ख) यदि कंपन का आयाम अधिक है तो ध्वनि मंदी होती है।
(ग) ध्वनि निर्वात में संचरित नहीं हो सकती है।
(घ) कंपन की आवृति जितनी कम होगी तारत्व उतना ही अधिक
होगा।
(ङ) अप्रिय ध्वनि को संगीत कहते हैं।
(च) माव के कानों के लिए श्रव्यता परास 20 Hz से 20,000 Ha
है।
(छ) शोर प्रदूषण आंशिक श्रवण, अशक्ता उत्पन्न कर सकता है।
(ज) कंपन करने वाली वस्तु के अधिकतम विस्थापन को अयाम
कहते हैं।
उत्तर―(क) गलत (ख) गलत (ग) सही (घ) गलत (ङ) गलत
(च) सही (छ) सही (ज) सही
प्रश्न 3. उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) केवल कंपित वस्तु ही .......... उत्पन्न करती है।
(ख) आवृत्ति का मात्रक ..............है।
(ग) किसो कंपायमान वस्तु द्वारा एक पूर्ण कंपन पूरा करने के
लिए गए समय को ............ कहते हैं।
(घ) प्रबलता कंपन के .............. से निर्धारित की जाती है।
(ङ) अप्रिय ध्वनि को ............. कहते हैं।
(च) ध्वनि का संचरण .................में नहीं होता है।
(छ) 20,000 Hz से अधिक आवृत्ति वाली ध्वनि को ............
...कहते हैं।
(ज) तीक्ष्ण ध्वनि की अपेक्षा मोटी ध्वनि का तारत्य ..............
होता है।
उत्तर―(क) ध्वनि (ख) Hz (ग) आवर्तकाल (घ) आयाम
(ङ) शोर (च) निर्वात (छ) पराश्रव्य ध्वनि (ज) कम
प्रश्न 4. यदि कंपित वस्तु 5 सेकेंड में 50 बार कंपन करता है।
इसका आवर्तकाल तथा आवृति ज्ञात कीजिए।
उत्तर―दोलनों की संख्या = 50, समय = 5 सेकेंड, आवर्तकाल
(t) = ?
50 दोलन को पूरा करने में लिया गया समय = 5 सेकंड
1 दोलन को पूरा करने में लिया गया समय = 5/50 = 0.1 सेकंड
आवृत्ति―
5 सेकंड में दोलनों की संख्या = 50
5
1 सेकंड में दोलनों की संख्या = 50/5 = 10 Hz
आवृत्ति = 10 Hz
अतः आवर्तकाल = 0.1 सेकंड़, आवृत्ति = 10 Hz.
प्रश्न 5. एक मच्छर अपने पंखों को 400 कंपन प्रति सेकंड की
औसत दर से कंपित करके ध्वनि उत्पन्न करता है। कंपन का
आवर्तकाल ज्ञात कीजिए।
उत्तर―400 दोलनों को पूरा करने में लिया गया समय = 1 सेकंड
1 दोलन को पूरा करने में लिया गया समय
= 1/400 = 0.0025 सेकंड
अतः आवर्तकाल = 0.0025 सेकंड।
प्रश्न 6.शोर तथा संगीत में क्या अंतर है? क्या कभी संगीत
शोर बन सकता है?
उत्तर―प्रिय ध्वनि संगति कहलाती है तथा अप्रिय ध्वनि शोर कहलाती
है। हाँ, क्योंकि जो संगीत अप्रिय लगे तथा जिसकी प्रबलता अधिक हो वह
शोर बन जाता है।
प्रश्न 7. मानव वाक-यंत्र का चित्र बनाइए तथा इसके कार्य की
व्याख्या कीजिए।
उत्तर―
ph
चित्र: मानव के वाक्यंत्र
प्रश्न 8. अपने वातावरण में शोर प्रदूषण के स्त्रोतों की सूची
बनाइए।
उत्तर―शोर प्रदूषण के स्रोतों की सूची निम्न है-
(i) टी.वी. तथा रेडियो की अधिक ध्वनि।
(ii) मोटर वाहनों के हार्न
(iii) लाउडस्पीकर एवं पटाखे
(iv) घरेलू उपकरण जैसे मीक्सर एवं कूलर
प्रश्न 9.वर्णन कीजिए की शोर प्रदूषण मानव के लिए किस
प्रकार हानिकारक है?
उत्तर― शोर प्रदूषण मानव के लिए भिन्न-भिन्न प्रकारों से हानिकारक
हो सकता है। शोर प्रदूषण मावा में तरह-तरह रोग उत्पन्न कर सकते हैं,
जैसे-अनिद्रा, तथावत, सर दर्द एवं बहरापन।
प्रश्न 10. आयाम, आवर्तकाल एवं आवृत्ति को परिभाषित
कीजिए एवं इनके मात्रक लिखिए।
उत्तर―आयाम-कम्पन करती वस्तु के मध्य स्थिति से अधिकतम
विस्थापन को आयाम कहते हैं।
इसका S.I. मात्रक मीटर (m) है।
आवर्तकाल―कंपन करती वस्तु को एक पूर्ण कंपन करने में लगे
समय को आवर्तकाल कहते हैं।
इसका S.I. मात्रक सेकंड (s) है।
आवृत्ति ― कंपन करती वस्तु के द्वारा प्रति सेकेंड पूर्ण कंपनों की
संख्या को आवृति कहते हैं।
इसका S.I. मात्रक हर्टज् (Hz) है।
प्रश्न 11. आकाश में तड़ित पहले दिखाई देती है जबकि मेघ
गर्जन बाद में सुनाई देता है। क्या आप इसकी व्याख्या कर सकते हैं ?
उत्तर―आकाश में तड़ित पहले दिखाई पड़ती है तथा मेघ गर्जन बाद
में सुनाई देता है, क्योंकि प्रकाश का वेग ध्वनि के वेग से अधिक होता
है। यहाँ तड़ित प्रकाश है तथा मेघ गर्जन ध्वनि है।
प्रश्न 12. अंतरिक्षत यात्री एक-दूसरे की आवाज को चाँद पर
नहीं सुन पाते हैं क्यों?
उत्तर―अंतरिक्ष यात्री एक दूसरे की आवाज को चाँद पर नहीं सुन
पाते हैं क्योंकि चाँद पर निर्वात होता है तथा ध्वनि के संचरण में माध्यम
की आवश्यकता होती है। निर्वात में ध्वनि के लिए कोई माध्यम प्रविष्ट
नहीं है।
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