Jharkhand Board Class 8 Science Notes | प्रकाश
JAC Board Solution For Class 8TH Science Chapter 9
प्रश्न 1. खाली स्थानों को भरिए-
(i) आपतन कोण............. कोण के बराबर होता है।
(ii) एक व्यक्ति दर्पण से Im की दूरी पर है। वह अपने प्रतिविण ।
से.............m की दूरी पर है।
(iii) अगर आप.............. कान को दाहिने हाथ से छूते हैं तो समतल
दर्पण में बना प्रतिबिम्ब दाहिने कान को............हाथ से छूता
प्रतीत होगा।
(iv) पुतली का आकार कम रोशनी में ...........हो जाता है।
(v) रेटिना पर बना प्रतिबिम्ब वस्तु के हटने के पश्चात् ............
सेकेण्ड तक रेटिना पर रहता है।
(vi) आपतन कोण तथा परावर्तन कोण का मान...........होता है।
उत्तर― (i) परावर्तन (ii)| (iii) बाएँ, बाएँ (iv) अधिक
(v) 1/16 सेकेण्ड (vi) बराबर
प्रश्न 2. आपतित किरण से क्या समझते हैं ?
उत्तर―आपतित किरण -किसी प्रकाश पुंज से समतल सतह पर
पड़ने वाली किरण आपतित किरण कहलाती है।
प्रश्न 3. परावर्तित किरण से क्या समझते हैं?
उत्तर―परावर्तित किरण -किसी प्रकाश पुंज से समतल, सतह से
टकराकर उसी दिशा में वापस लौट जाती है परावर्तित किरण कहलाती है।
प्रश्न 4:आपतन बिन्दु से क्या समझते हैं ?
उत्तर―आपतन कोण -आपतित किरण तथा अभिलम्ब के बीच बना
कोण आपतन कोण कहलाता है।
प्रश्न 5. एक प्रकाश किरण समतल दर्पण पर 60 के कोण पर
आपतित होती है। परावर्तन कोण का मान क्या होगा?
उत्तर ―60°
प्रश्न 6. अगर दो समतल दर्पण 90° के कोण पर रखे हों तो
उनके बीच रखी वस्तु के प्रतिबिम्य की संख्या कितनी होगी?
उत्तर― अनगिनत।
प्रश्न 7. समतल दर्पण किस प्रकार का प्रतिबिम्ब बनाता है ?
उत्तर―वास्तविक प्रतिबिम्ब
प्रश्न 8. एक प्रकाश किरण समतल दर्पण पर अभिलम्ब की
दिशा में आपतित होती है। परावर्तन पश्चात् प्रकाश किरण किधर
जायेगी।
उत्तर―अभिलम्ब की दिशा की ओर या आपतित किरण की दिशा की
ओर।
प्रश्न 9. नियमित तथा विसरति परावर्तन में कौन प्रतिबिम्ब
बनाता है।
उत्तर―नियमित तथा विसरित परावर्तन में पाश्विक प्रतिबिम्ब बनता
है।
प्रश्न 10. एक यंत्र का नाम बताएँ जो परावर्तन के नियम पर
आधारित है।
उत्तर―परिस्कोप यंत्र
प्रश्न 11. मानव नेत्र किस प्रक का लेंस हैं?
उत्तर―उत्तर लेंस।
प्रश्न 12. आईरिस में स्थित छोटे छिद्र को क्या कहते हैं ?
उत्तर―पुतली।
प्रश्न 13. किस प्रक्रिया के कारण श्वेत प्रकाश सात रंगों में
विभक्त हो जाता है।
उत्तर― विक्षेपण प्रक्रिया
प्रश्न 14. इंद्रधनुष के बनने के पीछे कौन सी प्रक्रिया निहित है?
उत्तर―वर्ण विक्षेपण
प्रश्न 15. अगर दाहिने हाथ से लिखा जाए तो समतल दर्पण में
बना प्रतिबिम्ब किस हाथ से लिखता हुआ प्रतीत होगा।
उत्तर― दाहिने हाथ से लिखा जाए तो समतल दर्पण में बना प्रतिबिम्ब
बाएँ हाथ से लिखता हुआ प्रतीत होता है।
प्रश्न 16. जब श्वेत प्रकाश को काँच की पट्टी से गुजरने दिया
जाता है तो क्या होता है।
उत्तर―श्वेत प्रकाश को समतल काँच की पट्टी से गुजारने पर श्वेत
प्रकाश कांच की पट्टी आर-पार गुजर जायेगा।
प्रश्न 17. परावर्तन के नियमों का उल्लेख करें।
उत्तर― परावर्तन के नियम निम्न हैं-
• आपतन कोण और परावर्तन कोण समान होता है ∠i=∠r
• आपतित किरण तथा परावर्तित किरण एक ही सतह पर रहती हैं।
प्रश्न 18. समतल दर्पण द्वारा बने प्रतिबिम्ब की क्या विशेषताएँ
हैं?
उत्तर― समतल दर्पण से बने प्रतिबिम्ब की विशेषताएँ निम्न हैं-
(i) समतल दर्पण से बना प्रतिबिम्ब आभासी होता है।
(ii) समतल दर्पण से बना प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे होता है।
(iii) समतल दर्पण से वस्तु की दूरी तथा प्रतिबिम्ब की दूरी समान
होती है।
(iv) समतल दर्पण से बना प्रतिबिम्ब सीधा होता है।
(v) प्रतिबिम्ब का आकार वस्तु के आकार के बराबर होता है।
(vi) समतल दर्पण से बना प्रतिबिम्ब पार्श्विक होता है।
(दाहिने का बायाँ तथा बायाँ का दाहिना)
प्रश्न 19. मानव नेत्र के विभिन्न भागों का नाम लिखें।
उत्तर― मानव नेत्र के विभिन्न भागों के नाम निम्न हैं-
(i) कॉर्निया (ii) आईरिस (iii) पुतली (iv) रेटिना (दृष्टि पटल)
(v) शंकु (vi) शलाकाएँ
प्रश्न 20. चित्र के द्वारा प्रिज्यम से होकर गुजरने वाले श्वेत
प्रकाश का विक्षेपण दर्शाएँ।
उत्तर―
प्रश्न 21. दो प्रकार के परावर्तन का नाम बताएँ। उनमें कौन सा
परावर्तन वस्तु का साफ-साफ प्रतिबिम्ब दिखलाता है ?
उत्तर― परावर्तन के प्रकार-(i) नियमित परावर्तन (ii) विसरित परावर्तन।
नियमित परावर्तन से वस्तु का साफ-सुधरा प्रतिबिम्ब दिखाई
पड़ता है।
प्रश्न 22. अगर दो समतल दर्पणों के बीच काकोण निम्नलिखित
हो तो प्रतिबिम्ब की संख्या बताएँ।
(i) 0° (ii)30° (iii) 60° (iv) 120°
उत्तर―
प्रश्न 23. श्वेत प्रकाश सात रंगों का मिश्रण है इसे किस प्रकार
दर्शा सकते हैं ?
उत्तर―काँच का एक प्रिज्म लीजिए तथा उसे मेज पर रखिए जिसका
पीछे का भाग अंधेरा हो। एक सफेद गत्ता प्रिज्म के पीछे रखिए। प्रिज्म के
अग्र भाग से प्रिज्म का प्रकाश पड़ने दीजिए जो कि सात रंगों में विभक्त
हो जाता है। श्वेत प्रकाश का किसी पारदर्शक माध्यम से गुजरने के पश्चात्
सात रंगों में विभक्त हो जाता है। यही विक्षेपन कहलाता है।
प्रश्न 24. मानव नेत्र में 'अंध बिन्दु' की व्याख्या करें।
उत्तर― दृक् तंत्रिकाओं तथा रेटिना की सन्धि पर कोई तंत्रिका
कोशिका नहीं होती है। इस बिन्दु को अंध बिन्दु कहते हैं।
प्रश्न 25. मानव नेत्र के रेटिना पर कितने प्रकार की तंत्रिका
कोशिकाएँ होती है?
उत्तर― मानव नेत्र की रेटिना पर दो प्रकार की तंत्रिका कोशिकाएँ
होती है।
(i) शंकु-जो तीव्र प्रकाश के लिए सुग्राही होता है।
(ii) शलाकाएँ-जो मंद प्रकाश के लिए सुग्राही होती है।
प्रश्न 26. पेरिस्कोप की संरचना का वर्णन करें।
उत्तर― परिस्कोप एक ऐसा प्रकाशकीय यंत्र है, जो वैसे वस्तु को
दृश्यमान करती है, जो दृष्टि रेखा पर स्थित न हो। यह समतल दर्पण
से प्रकाश के परावर्तन के सिद्धांत पर आधारित है।
एक लंबा गत्ते का बॉक्स लिया। उसके दोनों सिरों पर किनारे के
साथ 45° के कोण पर तथा परस्पर समानांतर एक-एक समतल दर्पण
लगाया। दोनों दर्पण के सामने एक-एक छिद्र बनाया। नीचे के छिद्र से
ऊपर के छिद्र के सामने स्थित वस्तु को देखा। ऊपर के छिद्र के सामने
की वस्तु दिखाई दी।
प्रश्न 27. कैलाईडोस्कोप की संरचना का वर्णन करें।
उत्तर―
इन्हें चित्र के अनुसार एक प्रिज्म की आकृति से जोड़ा। इन्हें
(चित्र-(a)) गत्ते या मोटे चार्ट पेपर की बनी एक बेलनाकार ट्यूब में दृढ़ता
से लगाया। ट्यूब दर्पण की पट्टियों से थोड़ा लंबा लिया। ट्यूब के एक सिरे
को गत्ते की एक ऐसी डिस्क से बंद किया जिसमें भीतर का दृश्य देखने
के लिए एक छिद्र है (चित्र-(b)) में। डिस्कक को टिकाऊ बनाने के लिए
इसके नीचे पारदर्शी प्लास्टिक की शीट चिपका दिया। ट्यूब के दूसरे सिरे
पर समतल काँच की एक वृत्ताकार प्लेट दर्पणों को छूते हुए दृढ़तापूर्वक
लगाया। (चित्र-(c))| इस प्लेट पर छोटे-छोटे रंगीन काँच के कुछ टुकड़े
(रंगीन चूड़ियों के टुकड़े) रखा। ट्यूब के इस सिरे को घिसे हुए काँच के
प्लेट से बन्द किया। रंगीन टुकड़ों की हलचल के लिए पर्याप्त जगह दिया।
प्रश्न 28. चित्र द्वारा समतल दर्पण से परावर्तन को दर्शाएँ तथा
परावर्तन के नियमों का उल्लेख करें।
उत्तर―परावर्तन के नियम–
(i) आपतन कोण, परावर्तन कोण के बराबर होता है।
(ii) आपतित किरण, परावर्तित किरण तथा परावर्तक पृष्ठ पर
प्रश्न 29. नियमित तथा विसरित परावर्तन को चित्र द्वारा दर्शाएँ
एवं उनमें अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर―नियमित परावर्तन : जब समानान्तर प्रकाश किरण किसी
समतल परावतक सतह से परावर्तन के पश्चात् भी समानान्तर रहती है,
तो इस प्रकार के परावर्तन को नियमित परावर्तन कहते हैं।
विसरित परावर्तन : जब समानान्तर प्रकाश किरणें किसी परावर्तक
सतह से परावर्तन के पश्चात् समानान्तर नहीं रहती है, तो इस प्रकार के
परावर्तन को विसरित परावर्तन कहते हैं। इस प्रकार का परावर्तन असमतल
तथा रूखड़े परावर्तक सतह से होती है।
नियमित परावर्तन समतल तथा चिकनी सतह पर प्रतिपादित होता है।