Jharkhand Board Class 8 Science Notes | वायु एवं जल प्रदूषण
JAC Board Solution For Class 8TH Science Chapter 16
प्रश्न 1. खाली स्थानों को भरिये।
(क) जो पदार्थ वायु को संदूषित करते हैं उन्हें ............. कहते हैं।
(ख) ................ प्रदूषण के कारण श्वांस संबंधित रोग हो सकते हैं।
(ग) ...........एक विषैली गैस हो जो रक्त में ............वाहन
क्षमता को घटा देती है।
(घ) घूम, कोहरा ............ और ............. से मिलकर बनता है।
(ङ) ................. के द्वारा ओजोन परत का क्षय हो जाता है।
उत्तर―(क) प्रदूषक (ख) वायु (ग) कार्बन डाई ऑक्साइड, ऑक्सीजन
(घ) धुआँ एवं धूल (ङ) CFC ।
प्रश्न 2. विश्व-तापन किसे कहते हैं ?
उत्तर―सूर्य की किरणें वायुमण्डल से गुजरने के पश्चात् पृथ्वी की
सतह को गरम कर देती है। पृथ्वी की सतह गर्म होने के बाद मुख्यतः लम्बी
तरंग लम्बाई वाली अवरक्त विकरणों को उत्सर्जित करती है। ये विकरणे
ग्रीन हाउस गैसों के आवरण को पार नहीं कर पाती है। इनसे परावर्तित
होकर अवरक्त किरणें पुनः पृथ्वी की ओर लौट आती हैं। इस कारण पृथ्वी
के ताप में वृद्धि हो रही है। पृथ्वी के तापमान में होनेवाली वृद्धि को ही
हम विश्व-तापन कहते हैं।
प्रश्न 3. CNG और LPG का विस्तारित रूप लिखिए ?
उत्तर―C.N.G.Compressed Natural Gas
L.P.G. - Liquified Petrolieum Gas
प्रश्न 4. उन किरणों की व्याख्या कीजिए जिनसे अम्ल वर्षा
होती है ?
उत्तर―वायु प्रदूषण के कारण वायुमण्डल में उपस्थित सल्फर (गंधक)
और नाइट्रोजन के ऑक्साइड वायु में उपस्थित जलवाष्प से प्रतिक्रिया
करके क्रमशः गंधकाम्ल और नाइट्रिक अम्ल का निर्माण करते हैं। ये अम्ल
वर्षा जल के साथ मिलकर जब धरती पर गिरते हैं, तब उन्हें अम्ल वर्षा
कहते हैं।
प्रश्न 5. जल-प्रदूषण को कम करने के उपायों को लिखें।
उत्तर–(i) जल प्रदूषण को दूर करने की शुरूआत सबसे पहले
व्यक्तिगत स्तर पर होनी चाहिए। घरों में बचा या खराब हुआ तेल, घी,
ग्रीस नालियों में न बहाएँ।
(ii) निर्माण स्थलों का गंदा पानी भी बिना उपचार के नदी नालों में
बहाना नहीं चाहिए।
(iii) खेती में कृत्रिम रासायनिक उर्वरक पीड़कनाशी, खरपतवारनासी
का उपयोग घटाना चाहिए।
(iv) नालों का पानी नदी में गिराने से पहले उनका उपचार किया
जाए। कई बड़े शहरों में इसकी व्यवस्था है।
(v) नदी नालों, तालाबों, कुंओं की नियमित सफाई की जाए।
प्रश्न 6. वायु प्रदूषण को कम करने के लिए क्या-क्या उपाय
अपनायेंगे?
उत्तर―वायु प्रदूषण पर नियंत्रण निम्न प्रकार से कर सकते हैं-
(1) घरेलु ईंधन के रूप में कोयला तथा लकड़ी का प्रयोग कम-से-कम
करना चाहिए। इसकी जगह गोबर-गैस तथा LPG का उपयोग करें।
(2) स्वचालित वाहनों में शीशा रहित तथा सल्फर रहित पेट्रोल का
उपयोग करना चाहिए।
(3) साइकिल, ई-रिक्सा का उपयोग बढ़ाना।
(4) कल-कारखानों को आबादी से दूर स्थापित किया जाना चाहिए।
(5) पटाखों का बहिष्कार करना चाहिए।
(6) आवागमन में बाधा डालनेवाली पार्किंग से बचना चाहिए।
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