Jharkhand Board Class 8 Moral Education Notes | सच्चे कलाकार की दृष्टि
JAC Board Solution For Class 8TH (Social Science) Moral Education Chapter 3
प्रश्न 1. क्या होगा यदि―
(क) हम रद्दी, कूड़ा-करकट और बेकार चीजों को जहाँ-तहाँ
फेंकते रहेंगे।
उत्तर―पर्यावरण प्रदूषित हो जाएगा।
(ख) हम सभी अपने स्वच्छता संबंधी दायित्वों को निभाने लगेंगे।
उत्तर―पर्यावरण स्वच्छ रहेगा।
(ग) नेकचंद की तरह बेकार की वस्तुओं का सदुपयोग करने
लगेंगे।
उत्तर―पर्यावरण तो स्वच्छ रहेगा ही हमारी कल्पनाशक्ति एवं
सृजनशीलता का भी विकास होगा।
(घ) हम प्लास्टिक या उससे बनी चीजों का अधिक इस्तेमाल
करेंगे।
उत्तर―भूमि, जल एवं वायु सभी प्रदूषित होने लगेंगे क्योंकि प्लास्टिक
कचरे का निपटान की प्रक्रिया लम्बी एवं जटिल होती है ।
(ङ) जल का दुरूपयोग करेंगे।
उत्तर―भविष्य में गंभीर जल संकट का सामना करना पड़ेगा।
प्रश्न 2. नेकचंद के कार्यों के लिए उनकी सराहना क्यों होने
लगी?
उत्तर : नेकचंद बेकार पड़ी चीजों तथा रद्दी इकट्ठा कर उनसे
कलाकृतियाँ बनाते थे। बेकार या बंजर जमीन पर ऐसे अनेकों कलाकृतियाँ
बनाई । लोगों को जब जानकारी मिली, वे उनकी कलाकृतियों को देखने
के लिए आने लगे। धीरे-धीरे यह उद्यान प्रसिद्ध हो गया। लोग नेकचंद
की कलात्मकता और अद्भुत निर्माण सामग्री देखकर उनके कार्यों के लिए
उनकी सराहना करने लगे।
प्रश्न 3. नेकचंद के जीवन से आपको क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर : नेकचंद के जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है कि हर व्यक्ति
में सृजन क्षमता है। बस उसे उभारने की जरूरत पड़ती है। हमारा
अन्तर्मन हमें राह दिखाता है। प्रकृति में कोई चीज बेकार नहीं होती है।
प्रश्न 4. आप अपने विद्यालय एवं घर के कूड़े-करकट का
निपटारा कैसे करते हैं?
उत्तर : मैं अपने विद्यालय एवं घर के कूड़े-करकट को छाँटकर
कबाड़ी में बेच देता हूँ और शेष भाग को कूड़े के ढेर फेंक देते हैं।
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