Jharkhand Board Class 8 Hindi Notes | हुंडरू का जल प्रपात
JAC Board Solution For Class 8TH Hindi Chapter 13
पाठ का सारांश : हुंडरू झारखंड राज्य के छोटानागपुर जिले में पड़ता
है। राँची से 27 मील की दूरी पर स्थित है-हुंडरू का जलप्रपात। अत्यंत सुंदर,
मनमोहक यह जल प्रपात है। उसका यात्रा मार्ग भी सुन्दर एवं मनमोहक है।
पहाड़, जंगलों, घाटियों, नदियों को पार कर हुंडरू के जलप्रपात तक पहुँचा
जाता है। आदिवासियों का गीत, पशु-पक्षियों की आवाज से यात्रा आनंददायक
हो जाती है। हरियाली सम्पन वह प्रदेश जादू की तरह मन को मोह लेता है।
कहीं कोयला तो कहीं अवरस की खान मिलती हैं। वहाँ के लोग गरीब और
सीधे-सादे हैं। हुंडरू का जलप्रपात स्थल की शोभा देवलोक जैसी है। 243
फीट ऊँची जगह से गिरता हुआ पहाड़ों को चीरता पत्थर पर जिस समय गिरता
है, उसका स्वरूप अत्यंत आकर्षक दिखता है। पानी गिर-गिरकर 20-20 फीट
उछलता है। झरने से आगे का दृश्य और भी अधिक मोहक है। उससे आगे
भी ऊँचे-ऊँचे झरने है लेकिन वहाँ तक पहुँच पाना कठिन है। पहाड़ के ऊपर
से नीचे पतली-पतली पगडंडी से चलकर घाटी की शोभा भी वर्णनीय हैं।
सर्पाकार पतली-पतली नदियों के किनारे रंग-बिरंगे पत्थर विभिन्न आकार-प्रकार
में लोगों के लिए नयनाभिराम लगते हैं।
हुंडरू की शोभा प्रकृति प्रदत्त है। वहाँ दुकानों का अभाव है। खाने-पीने
की चीज नहीं के बराबर मिलती हैं। प्रपात के पास भयंकर ध्वनि दूर से ही
लोगों को आकर्षित कर लेता है। हुंडरू का जलप्रपात दर्शनीय है।
कवि का परिचय : कामता प्रसाद सिंह 'काम' लिखित 'हुंडरू का
जलप्रपात' कविता यात्रा वृत्तांतात्मक है। कामता प्रसाद सिंह 'काम' का जन्म
1916 ई० में बिहार के औरंगाबाद जिले में हुआ था। इनका देहावसान 1963
ई० में हुआ था। सिंह जी की राजनीतिक अभिरूचि रखनेवाले गद्य शिल्पी थे।
उन्होंने झारखंड की सघन यात्रा की। छोटानागपुर के बहुरंगी जीवन से जुड़े
उल्लास एवं जटिल समस्याओं की अपने लेखन के माध्यम से अभिव्यक्त
किया है।
रचनाएँ― मैं छोटानागपुर में हूँ, घर, गाँव और देहात, घुमक्कड़ की
डायरी आदि।
अभ्यास प्रश्न
□ पाठ से:
1. छोटानागपुर स्वर्ग का एक टुकड़ा है, कैसे ?
उत्तर―छोटानागपुर आकर्षक, मनमोहक और आनंददायक स्थान है। वहाँ
स्वर्ग की तरह हर तरफ सुंदरता एवं शांति बिखरी पड़ी है। विभिन्न पक्षियों
के कलरव, खेतों की हरियाली से यहाँ का वातावरण रोचक बन जाता है।
अतः छोटानागपुर स्वर्ग का टुकड़ा है।
2. हुंडरू जलप्रपात की विशेषता लिखिए।
उत्तर―हुडरू का जलप्रपात स्थल की शोभा देवलोक जैसी है। 243
फीट ऊँची जगह से गिरता यह प्रपात पहाड़ों को चीरता पत्थर पर जिस समय
गिरता है उसका स्वरूप अत्यंत आकर्षक दिखता है। पानी गिर-गिरकर 20
फीट ऊपर उछलता है। प्रपात से आगे का दृश्य और भी अधिक मोहक है।
उससे आगे भी ऊँचे-ऊँचे प्रपात है लेकिन वहाँ तक पहुँचना कठिन है।
3. पाठ में एक दृश्य का वर्णन दो तरह से किया गया है―
(क) हुंडरू का पानी कहीं साँप की तरह चक्कर काटता है, कहीं हिरण
की तरह छलांग भरता है और कहीं बाघ की तरह गरजता हुआ नीचे गिरता है।
(ख) हुंडरू का पानी चक्कर काटकर, छलाँग भरता हुआ नीचे गिरता
है। इसमें से कौन सा वर्णन आपको अच्छा लगता है और क्यों?
उत्तर―दोनों कथनों में मुझे प्रथम कथन का तरीका अच्छा लगता है,
क्योंकि प्रथम कथन में विशेष्य-विशेषण दोनों का प्रयोग है जबकि दूसरे
कथन में विशेषण मात्र का प्रयोग हुआ है।
प्रथम कथन अलंकार पूर्ण है। इसमें उपमा अलंकार का समावेश किया
गया है। जैसे साँप की तरह चक्कर काटता, हिरण की तरह छलांग लगाना।
4. लेखक ने पाठ में किस किंवदंती की यात की है और क्या सलाह
दी है?
उत्तर― किंवदंती यह है कि इस हुंडरू से सात मील दूर पर कुछ लोगों
ने एक प्रपात देखा जो इससे कई गुणा बड़ा है, पर वहाँ जाने का रास्ता इतना
बीहड़, घनघोर और भयंकर है कि जंगल के उस भाग में पहुँच सकना दुश्वार
है। सरकार को चाहिए की इस बात की सत्यता का पता लगाकर वहाँ तक
यातायात की सुविधा प्रदान कर दे ताकि वह स्थान भी जनता के सामने आ
सके।
5. एक और पृथ्वी अपने कोष को उगल रही है, तो वह कोयला बन
कर लोगों के घरों में सोना ला रहा है― भाव स्पष्ट करें।
उत्तर― भाव यह है कि धरती अपने कोष से कोयला दे रही है जिसका
उपयोग हम ईंधन के रूप में करते हैं जिससे हमारा भोजन बनता है। अर्थात्
जीवन चलता है। जीवन में ऊर्जा की महत्ता सर्वविदित है। यह ऊजां की
धरती की कोख से निकती है। वह अपने निवासियों की इतनी देखभाल
करती है।
□ पाठ से आगे:
1. छोटानागपुर के बारे में आप क्या जानते हैं ? झारखंड से इसका क्या
संबंध है?
उत्तर― छोटानागपुर राँची से 37 मील दूर है। यहाँ हुंडरू का प्रसिद्ध
जलप्रपात है। यह झारखंड का एक सुंदर, मनमोहक स्थल हैं जो राँची जिले
का एक भाग है।
2. इस छोटानागपुर में कई दर्शनीय झरने हैं। यहाँ लेखक किन झरनों
की बात कर रहे हैं?
उत्तर―यहाँ लेखक हुंडरू के झरने एवं उसके ऊपर के झरनों की बातें
कर रहे हैं।
3. एक ओर..................रही है। झारखंड के संदर्भ में ये पंक्तियाँ
बिल्कुल सही है, कैसे ? कोयला और अवरक के लिए झारखंड में
कौन-से स्थान प्रसिद्ध हैं ?
उत्तर―अवरख के लिए कोडरमा एवं कोयला के लिए सिंहभूम,
हजारीबाग आदि प्रसिद्ध हैं।
4. हमारे गाँव या मुहल्ले में सुबह के समय काफी चहल-पहल
रहती है। लोग अपने-अपने काम में व्यस्त रहते हैं। आप किसी एक
सुबह के ऐसे दृश्य का वर्णन करें।
उत्तर―स्वयं करें।
5. झारखंड के अलावा अनेक जलप्रपात हैं। आप इनको निम्नलिखित
सूची के अनुसार लिखें।
उत्तर― जलप्रपात का नाम जिला
हुंडरू राँची
हिरणीयाँ चाइबासा
ककोलत नवादा
★★★