Jharkhand Board Class 8 English Notes | The Naive Friends
JAC Board Solution For Class 8TH English Chapter 1
(नादान दोस्त)
पाठ का हिन्दी अनुवाद
A bird had laid eggs...........as they come out of the eggs?
[Page-1]
हिन्दी अनुवाद―केशव के घर मे कार्निस के ऊपर एक चिड़िया ने
अण्डे दिए थे। केशव और उसकी बहन श्यामा दोनों बड़े ध्यान से चिड़ियों
को वहाँ आते-जाते देखा करते । सबेरे दोनों आँखें मलते कार्निस के सामने
पहुँच जाते और चिड़ा या चिड़िया दोनों को वहाँ बैठा पाते । उनको देखने
में दोनों बच्चों को न मालूम क्या मजा मिलता, दूध और जलेबी की भी सुध
न रहती थी। दोनों के दिल में तरह-तरह के सवाल उठते । अण्डे कितने बड़े
होंगे? किस रंग के होंगे? कितने होंगे? क्या खाते होंगे? उनमें बच्चे किस
तरह निकल आयेंगे? बच्चों के पर कैसे निकलेंगे? घाँसला कैसा है?
लेकिन इन बातों का जवाब देने वाला कोई नहीं। न अम्मा को घर के
काम-धंधों से फुर्सत थी न बाबूजी को पढ़ने-लिखने से । दोनों बच्चे आपस
में ही सवाल-जवाब करके अपने दिल को तसल्ली दे लिया करते थे
श्यामा कहती―क्यों भइया, बच्चे निकलकर फुर से उड़ जायेंगे ?
"No silly" Keshav would ......The sun can't get through
now!" [Page-2]
हिन्दी अनुवाद― केशव विद्वानों जैसे गर्व से कहता– नहीं री पगली,
पहले पर निकलेंगे। बगैर परों के बेचारे कैसे उड़ेंगे?
श्यामा―बच्चों को क्या खिलायेगी बेचारी? केशव इस पेंचीदा सवाल
का जवाब कुछ न दे सकता था। इस तरह तीन-चार दिन गुजर गए। दोनों
बच्चों की जिज्ञासा दिन-दिन बढ़ती जाती थी। वे अण्डों को देखने के लिए
अधीर हो उठते थे। उन्होंने अनुमान लगाया कि अब बच्चे जरूर निकल
आये होंगे। बच्चों के सवालों का जवाब अब उनके सामने आ खड़ा हुआ।
चिड़िया बेचारी इतना दाना कहाँ पायेगी कि सारे बच्चों का पेट भरे । गरीब
बच्चे भूख के मारे चूंँ-चूँ कर मर जायेंगे। इस मुसीबत का अन्दाजा करके
दोनों घबरा उठे। दोनों ने फैसला किया कि कार्निस पर थोड़ा-सा दाना रख
दिया जाये । श्यामा खुश होकर बोली-तब तो चिड़ियों को चारे के लिए कहीं
उड़कर न जाना पड़ेगा न?
केशव बोला नहीं, तब क्यों जायेंगी?
श्यामा― क्यों भइया, बच्चों को धूप न लगती होगी?
केशव का ध्यान इस तकलीफ की तरफ न गया था, बोला-जरूर
तकलीफ हो रही होगी। बेचारे प्यास के मारे तड़प रहे होंगे।
ऊपर छाया भी तो कोई नहीं।
आखिर यही फैसला हुआ कि घोंसले के ऊपर कपड़े की छत बना देनी
चाहिए। पानी की प्याली और थोड़े से चावल रख देने का प्रस्ताव भी
स्वीकृत हो गया। दोनों बच्चे बड़े चाव से काम करने लगे। श्यामा माँ की
आँख बचाकर मटके से चावल निकाल लायी। केशव ने पत्थर की प्याली
का तेल चुपके से जमीन पर गिरा दिया और खूब साफ करके उसमें पानी
भरा।
अब चाँदनी के लिए कपड़ा कहाँ से लाएँ? फिर ऊपर बगैर छड़ियों
के कपड़ा ठहरेगा कैसे और छड़ियाँ खड़ी कैसे होंगी?
केशव बड़ी देर तक इसी उधेड़बुन में रहा। आखिरकार उसने यह
मुश्किल भी हल कर दी। केशव श्यामा से बोला-जाकर कूड़ा फेंकने वाली
टोकरी उठा लाओ। अम्माजी को मत दिखाना ।
श्यामा बोली यह तो बीच में फटी पड़ी है। क्यया इसमें से धूप न जाएगी?
केशव ने झुँझलाकर कहा–तू टोकरी तो ला, मैं उसका सुराख बन्द
करने की कोई हिकमत यानी तरकीब निकालूँगा।
श्यामा दौड़कर टोकरी उठा लायी। केशव ने उसके सुराख में
थोड़ा-सा कागज ठूँस दिया और तब टोकरी को एक टहनी से टिकाकर
बोला–देख ऐसे ही घोंसले पर उसकी आड़ दूँगा। तब कैसे धूप जाएगी?
Shyama thought admiringly..............grip on the stool
slackened. [Page-3]
हिन्दी अनुवाद–श्यामा ने दिल में सोचा, भइया कितने चालाक हैं।
गर्मी के दिन थे। बाबूजी दफ्तर गये हुए थे। अम्मां दोनों बच्चों को कमरे
में सुलाकर खुद सो गयी थीं । लेकिन बच्चों की आँखों में आज नींद कहाँ ?
अम्माजी को बहकाने के लिए दोनों दम रोके आँखें बन्द किए मौके का
इन्तजार कर रहे थे। ज्योंही मालूम हुआ कि अम्माजी अच्छी तरह सो गयीं,
दोनों चुपके से उठे और बहुत धीरे से दरवाजे की सिटकनी खोलकर बाहर
निकल आये। अण्डों की हिफाजत करने की तैयारियाँ होने लगीं। केशव
कमरे में से एक स्टूल उठा लाया, लेकिन जब उससे काम न चला, तो नहाने
की चौकी लाकर स्टूल के नीचे रखी और डरते-डरते स्टूल पर चढ़ गया ।
श्यामा दोनों हाथों से स्टूल पकड़े हुई थी। स्टूल की चारों टाँगें बराबर
न होने के कारण जिस तरफ ज्यादा दबाव जाता था, जरा-सा हिल जाता
था। उस वक्त केशव को कितनी तकलीफ उठानी पड़ी थी, यह उसी का
दिल जानता था। दोनों हाथ से कार्निस पकड़ लेता और श्यामा को दबी
आवाज से डाँटता-अच्छी तरह पकड़, वर्ना उतरकर बहुत मारूँगा। मगर
बेचारी श्यामा का दिल तो ऊपर कॉर्निस पर था। बार-बार उसका ध्यान
उधर चला जाता और हाथ ढीले पड़ जाते ।
The moment Keshay's hands........fallen down and broken
your head." [Page-4]
हिन्दी अनुवाद–केशव ने ज्यों ही कॉर्निस पर हाथ रखा, दोनों चिड़ियाँ
उड़ गयीं। केशव ने देखा, कॉर्निस पर थोड़े-से तिनके बिछे हुए हैं और उस
पर तीन अण्डे पड़े हैं। जैसे घोंसले उसने पेड़ों पर देखे थे, वैसा कोई घोंसला
नहीं है। श्यामा ने नीचे से पूछा-कितने बच्चे हैं भइया ?
केशव–तीन अण्डे हैं, अभी बच्चे नहीं निकले।
श्यामा–जरा हमें दिखा दो भइया, कितने बड़े हैं ?
केशव–दिखा दूँगा, पहले जरा चिथड़े ले आ, नीचे बिछा दें। बेचारे
अण्डे तिनकों पर पड़े हैं।
श्यामा दौड़कर एक पुरानी साड़ी का टुकड़ा ले आयी। केशव ने
झुककर कपड़ा ले लिया, उसके कई तह करके उसने एक गद्दी बनायी और
उसे तिनकों पर बिछाकर तीनों अण्डे उस पर धीरे से रख दिए ।
श्यामा ने फिर कहा-हमको भी, दिखा दो भइया ।
कशव बोला-दिखा दूँगा, पहले जरा वह टोकरी दे दो, ऊपर छाया कर दें।
श्यामा ने टोकरी नीचे से थमा दी और बोली-अब तुम उत्तर आओ, मैं
भी तो देखूँ।
केशव ने टोकरी को एक टहनी से टिकाकर कहा-जा, दाना और पानी
की प्याली ले आ, मैं उतर आऊँ तो दिखा दूँगा। श्यामा प्याली और चावल
भी ले आयी । केशव ने टोकरी के नीचे दोनों चीजें रख दी और आहिस्ता
से उतर आया।
श्यामा ने गिड़गिड़ा कर कहा-अब हमको भी चढ़ा दो भइया । केशव
बोला-तू गिर पड़ेगी।
श्यामा–न गिरूँगी भइया, तुम नीचे से पकड़े रहना ।
केशव–न भइया, कहीं तू गिर-गिरा पड़ी तो अम्मा जी मेरी चटनी ही
बना डालेंगी। कहेंगी कि तूने ही चढ़ाया था। क्या करेगी देखकर । अब
अण्डे बड़े आराम से हैं। जब बच्चे निकलेंगे तो उनको पालेंगे।
दोनों चिड़ियाँ बार-बार कॉर्निस पर आती थीं ओर बगैर बैठे ही उड़
जाती थीं। केशव ने सोचा कि हम लोगों के डर के मारे नहीं बैठतीं। वह
स्टूल उठाकर कमरे में रख आया. चौकी जहाँ की थी, वहाँ रख दी।
श्यामा ने आँखों में आँसू भरकर कहा- तुमने मुझे नहीं दिखाया, मैं
अम्मा जी से कह देगी।
“So what! Big deal! You...........sleeping soundly." [Page-5]
हिन्दी अनुवाद–श्यामा-हो जाते तो हो जाते । देख लेना मैं कह दूँगी।
इतने में कोठरी का दरवाजा खुला और माँ ने धूप से आँखों को बचाते हुए
कहा-तुम दोनों बाहर कब निकल आए? मैंने कहा था न कि दोपहर को
न निकलना? किसने किवाड़ खोला?
किवाड़ केशव ने खोला था, लेकिन श्यामा ने माँ से यह बात नहीं
कही। उसे डर लगा कि भैया पिट जायेंगे। केशव दिल में काँप रहा था
कि कहीं श्यामा कह न दें। अण्डे न दिखाए थे, इससे अब उसको श्यामा
पर विश्वास न था। श्यामा सिर्फ मुहब्बत के मारे चुप थी और इस कसूर में
हिस्सेदार होने की वजह से, इसका फैसला नहीं किया जा सकता । शायद
दोनों ही बातें थीं।
माँ ने दोनों को डाँट-डपटकर फिर कमरे में बंद कर दिया और
धीरे-धीरे उन्हें पंखा झलने लगी। अभी सिर्फ दो बजे थे। बाहर तेज लू चल
रही थी। अब दोनों बच्चो को नींद आ गयी थी।
"Shyama woke up with.......Be careful next time!" [Page-6]
चार बजे यकायक श्यामा की नींद खुली। किवाड़ खुले हुए थे। वह
दौड़ी हुई कॉर्निस के पास आयी और ऊपर की तरफ ताकने लगी। टोकरी
का पता न था। संयोग से उसकी नजर नीचे गयी और वह उलटे पाँव दौड़ती
हुई कमरे में जाकर जोर से बोली-भइया, अण्डे तो नीचे पड़े हैं, बच्चे उड़
गए! केशव घबराकर उठा और दौड़ा हुआ बाहर आया तो क्या देखता है
कि तीनों अण्डे नीचे टूटे पड़े हैं और उनसे कोई सफेद और पीली, चूजे
की-सी चीज बाहर निकल आयी है। पानी की प्याली भी एक तरफ टूटी
पड़ी है।
उसके चेहरे का रंग उड़ गया। सहमी हुई आँखों से जमीन की तरफ
देखने लगा।
श्यामा ने पूछा-बच्चे कहाँ उड़ गए भइया ?
केशव ने करुण स्वर में कहा-अण्डे तो फूट गए।
श्यामा–'और बच्चे कहाँ गये?'
केशव–तेरे सर में। देखती नहीं है अण्डों से उजला-उजला पानी
निकल आया है। वही दो-चार दिन में बच्चे बन जाते ।
माँ ने रोटी हाथ में लिए हुए पूछा-तुम दोनों वहाँ धूप में क्या कर रहे
हो?
श्यामा ने कहा–अम्मा जी, चिड़िया के अण्डे टूटे पड़े हैं। माँ ने आकर
टूटे हुए अण्डों को देखा और गुस्से से बोली-तुम लोगों ने अण्डों को छुआ
होगा?
अब तो श्यामा को भी भइया पर तरस न आया। उसी ने शायद अण्डों
को इस तरह रख दिया होगा कि वह नीचे गिर पड़े। इसकी सजा उसे मिलनी
चाहिए। वह बोलीं-इन्होंने अण्डों को छेड़ा था अम्मा जी।
माँ ने केशव से पूछा-क्यों रे?
केशव भीगी बिल्ली बना खड़ा रहा।
माँ ने पूछा- तू वहाँ पहुँचा कैसे ?
श्यामा बतायी-चौकी पर स्टूल रखकर चढ़े थे अम्माजी ।
केशव–तू स्टूल थामें नहीं खड़ी थी?
श्यामा–तुम्हीं ने तो कहा था।
माँ–तू इतना बड़ा हुआ तुझे इतना भी नहीं मालूम कि छूने से चिड़ियों
के अण्डे गन्दे हो जाते हैं? चिड़िया फिर इन्हें नहीं सेती ।
श्यामा ने डरते-डरते पूछा-तो क्या चिड़िया ने अण्डे गिरा दिए हैं अम्मा
जी?
माँ–और क्या करती। केशव के सिर इसका पाप पड़ेगा।
हाय, हाय, तीन जाने ले ली दुष्ट ने।
केशव रोनी सूरत बनाकर बोला-मैंने तो सिर्फ अण्डों को गद्दी पर रख
दिया था, अम्मा जी! "अगली बार से सावधान रहना". कहते हुए माँ को
हँसी आ गयी।
WORD MEANING
Naive(नेव) = नादान, अनुभवहीन | Amused (एम्यूज्ड) = (खुश) ।
Cornice (कॉर्निश) = कंगनी, छज्जा । Scholar (स्कॉलर) = विद्वान ।
Hatched (हैच्ड) = अंडे बच्चे निकले। Brood (ब्रूड)= छोटे बच्चे ।
Siblings (सिस्लिंग्स)= सहोदर भाई और बहन । Erected (इरेक्टेड)=
खड़ा किया, बनाया । Makeshift roof (मेकशिफ्ट रूफ) = कामचलाक
छत । अस्थायी छत; जुगाड़ । Gingerly (जिंजरली)= सावधानी से । Wobbly
(वॉब्लि)= डॉवाडोल, जर्जर, अस्थिर | Veered (वीयर्ड)= दिशा बदलना,
झटके से मुड़ना, घूम जाना । Fiddled (फिडल्ड)= निरर्थक, व्यर्थ समय
गँवाना । Conscience (कॉनशंस)= अन्तरात्मा, विवेक । Squeal (स्किवल)=
चीख I Conjecture (कनजक्शर)= अनुमान | Toungue-tied (टंगटाइड)=
किंकर्तव्यविमूढ़ । Intently (इन्टेनटलि)= ध्यान से | Bearely (वेअरली)=
कठिनता से, मात्र Awake (अवेक) = जागना Comfort (कम्फर्ट) =
आराम । Tricky (ट्रिकी)= पेचीदा । Flown away (फ्लोन अवे)= उड़
गये। Unlatched (अनलैच्ड)= खुले हुए (यहाँ किवाड़)| Oozing.
(ऊजिंग)= छूना | Oozing out (ऊजिंग आऊट)= छूकर बाहर को निकलना ।
Bowl (बाऊल)= कटोरा, प्याली। Went Pale (वेन्ट पेल)= रंग पीला/
फीका पड़ जाना, रंग उड़ जाना । Tainted (टेन्टेड)= गंदे । Terrible
(टेरियल)= भयानक।
□ Comprehension Check - I :
Q. 1. Where did the bird lay their eggs?
Ans. The bird laid eggs just above the chornice in Keshay's
house.
Q.2.What made Keshav and his sister forget about the
joys of milk and Jalebi ?
Ans. The pleasure they drew from seeing the two birds
was so great, made them forget the joys of milk and Jalebi.
Q.3. Which thought left the sibings very anxious ?
Ans. The question of what the chicks would eat now
weighed heavily on their minds and where would the poor
bird find enough grain to feed her brood and if they had nothing
to eat the chicks were sure to starve to death. This thought left,
the sibling very anxious.
□ Comprehension Check - II :
Q. 1. How did Keshav manage to reach the cornice?
Ans. Keshav brought a stool from the room but it was not
still high enough to reach the cornice and then he brought a
small bathing stool to place under the first and gingerly in the
managed to reach the cornice.
Q. 2. What did Shyama beg to Keshav ?
Ans. Shyama begged of Keshav to help her to climb up so
that she can also see the eggs.
Q.3. Why did Shyama keep quiet in front of mother?
Ans. Shyama kept quiet in front of her mother because
she was scared that Kesav might get a beating.
□ Comprehension Check - III :
Q. 1. What made Keshav pale and gloomy?
Ans. When shyama went to the cornice and looked up
there was no sign of the basket and she informed kesay that
the eggs have fallen down and the chicks have flown away.
Keshav ran to the cornice and saw the three eggs lay broken
on the floor, a slimy white and yellow liquid was oozing out
of them. The bowl of water was also lying upturned and this,
might made 'Keshav pale and gloomy'.
Q. 2. Why did Shyama feel that Keshav should be
punished ?
Ans. Shyama thought that Keshav must not have put the
eggs back carefully enough so that they had rolled off and so
he should be punished for this.
Q. 3. What did Ma mention about bird's eggs?
Ans. Maa told that when someone touches the bird's eggs
they become tainted and then the birds don't hatch them
anymore.
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□ Answer the following quuestions:
Q.1. Which questions made Keshav and Shyama curious
about the eggs?
Ans. The question rose in their minds were–How big
were the eggs, What colour were they ? How many. What did
they eat. How would the chicks come out of them. What is the
nest, like all these questions made Keshav and Shyama curious
about the eggs.
Q. 2. What three things did the children do to protect
the eggs?
Ans. The three things the children did to protect the eggs
were, firstly they errected a makeshift roof above the nest, a
bowl of water with some grain of rice and made a roof with the
help of a basket and made a cushion with a piece of cloth and
place it under the eggs to make the eggs comfortable.
Q.3. Why did Keshav think of making a cushion for the
eggs?
Ans. Keshav saw that the poor eggs were lying on twigs
and straw so he decided to make a cushion out of a piece of
cloth and placed it under the eggs and he thought that the
eggs were comfortable now.
Q.4. What excuse did Keshav give for not showing the
eggs to Shyama ?
Ans. Keshav told Shyama that if she will falls down Ma
will make chutney out of him. She will accuse him of helping
her (shyama) up.
Q.5. Compare the feelings of Keshav at the beginning
and end of the story.
Ans. Keshav was very anxious and curious about the eggs
in the beginning and made the eggs lay in a comfortable
position and was very excited about the eggs when they would
hatch, but at the end of the story he was looked very pale and
disappointed when he saw that the eggs have fallen down on
the floor and was very sad. Shyama thought that Keshav was
responsible for the harm done to the eggs and thought he must
be scolded for this and, then their mother told that Keshav
should not have touched the eggs as when they are touched,
they become tainted and the birds don't hatch the eggs when
they are tainted and Keshav felt pity and pained.
Q. State whether the following statements are 'true' or
'false':
(a) A bird had laid eggs just above the ventilator in
Keshav's house.
(b) Shyama and Keshav were friends.
(c) There were three eggs in the nest.
(d) It was the month of winter.
(e) Keshav felt pained when the eggs broken.
Ans. (a) False (b) False (c) True (d) False (e) True
Q. Answer the following questions with reference to
context:
1. "What are you two doing out there in the sun ?" she
asked.
(i) Who is the speaker ?
(ii) Who are the two mentioned here?
(iii) The speaker was happy or annoyed with the two
at that moment ?
Ans.(i) The speaker here is Keshav's and Shyama's
mother.
(ii) The two mentioned here are Keshav and Shyama.
(iii) The speaker was annoyed with the two at that
moment.
2. "You must have fiddled with them." said Ma
angrily.
(i) Who is 'you' here?
(ii) What is Ma talking about in this line ? .
(iii) Did she get it right?
Ans. (i) You here is "Keshav".
(ii) Ma is talking about the eggs in this line.
(iii) No, she didn't get it right as the eggs have already
broken down.
Fill in the blanks by choosing words from the box to
complete the summary:
[broken, eggs, safer, birds, cornice, children, breaking.
wisdom]
This story is about two children who discover eggs laid
by a bird on the cornice of their house. The children feel that
the eggs are unsafe and they should do something to protect
them. Later, they found the eggs to be broken. The children,
in their innocence and lack of wisdom feel that they are helping
the bird by transferring the eggs to a safer place. But, their
good intentions only lead to the breaking of the eggs.
Q. Similarly, fill in the blanks with the correct word
(given within brackets):
1. The .......... class saw a .................... On the roof.
(hole, whole)
2. It is not.................to........ ........on the wall. (write, right)
3. A.................. of white cloth stands for................ . (peace, piece)
4. Every father wants his ................ to shine like a ......... (son,'sun)
5...................the vastness of the blue............ (sea, see)
Ans. 1. whole, hole 2. right, write 3. piece, peace 4. son,
sun 5. see, sea.
Q. Find the collective nouns used with the following nouns :
[school, pack, pride, litter, brood.]
1. A............... of puppies.
2. A................of lions.
3. A................of fish.
4. A.................... of chicks.
5. A................. of wolves.
Ans. 1. litter, 2. pride, 3. school, 4. brood, 5. pack.
Q. Use the following words in sentences of your own :
(a) scatter (b) feed (c) comfort (d) accuse (e) approach
Ans.(a) Scatter : The Police scattered the crowds.
(b) Feed: Spring feed ponds with water.
(c) Comfort: I found a cozy chair where I could read in
comfort.
(d) Accuse : He has been accused of murder in the death of
his wife.
(e) Approach: The cat approached the body cautiously.
Q. Fill in the blank with simple past tense form of the verb
given in bracket :
(a) The Taj Mahal was ................. by Shah Jahan. (build)
(b) Yesterday, I ............. rice in the afternoon. (eat)
(c) The children ............. at the acts of the joker. (laugh)
(d) The teacher................a poem on the blackboard. (write)
(e) The batsman....................... .the ball for a six. (hit)
Ans. (a) built (b) ate (c) laughed (d) wrote (e) hitted.
Q. Now change the given sentences from present tense to
past tense as shown:
Example: He write a letter. (Present)
He wrote a letter. (Past)
(a) They visit Dasham Falls in winter.
(b) The lady buys a dozen eggs.
(c) Ali goes with Rahim to the cinema.
(d) The dog runs after the cat.
(e) We drive the bus into the garage.
Ans.(a) They had visited Dasham Falls in winter.
(b) The lady had brought a dozen eggs.
(c) Ali went with Rahim to the cinema.
(d) The dog ran after the cat.
(e) We drove the bus into the garage.
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