Jharkhand Board Class 8 civics Notes | सामाजिक न्याय
JAC Board Solution For Class 8TH (Social Science) civics Chapter 5
□ आइए जानें :
प्रश्न 1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(i) संविधान के अनुच्छेद ............. में अस्पृश्यता के उन्मूलन का
प्रावधान किया गया है।
(ii) झारखंड की आबादी में .............. प्रतिशत आदिवासी है।
(iii) झारखंड में ..............प्रकार की अनुसूचित जनजातियाँ रहती
हैं।
(iv) भारत में ..............राष्ट्रीय पार्क हैं।
(v) राजिंदर सच्चर समिति ..............संबंधित है।
उत्तर: (i) 17
(ii) 26
(iii) 32
(iv) 54
(v) मुसलमानों से
प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
(i) सामाजिक न्याय क्या है ?
उत्तर : सामाजिक न्याय किसी भी समाज की वह स्थिति है, जिसमें
समाज के सभी लोगों की न्यायोचित भागीदारी होती है। इनके बीच
सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया
जाता है।
(ii) अल्पसंख्यक शब्द का क्या अर्थ है ?
उत्तर : अल्पसंख्यक शब्द आमतौर पर ऐसे समुदायों के लिए प्रयोग
किया जाता है, जो संख्या की दृष्टि से बाकी आबादी के मुकाबले बहुत
कम है। अल्पसंख्यक समुदाय का वर्गीकरण धार्मिक या सम्प्रदाय के
आधार पर किया गया है। मुसलमान, ईसाई, बौद्ध आदि अल्पसंख्यक
कहलाते हैं।
(iii) अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार
निवारण) अधिनियम 1989 का क्या उद्देश्य है ?
उत्तर : अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण)
अधिनियम 1989 का मुख्य उद्देश्य इनके साथ हो रहे अशोभनीय
व्यवहार, शोषण, छुआछूत, हिंसा आदि से मुक्ति एवं समानता का
अधिकार दिलाता है।
(iv) आदिवासियों के हाशियाकरण से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर : आदिवासयिों के हाशियाकरण का तात्पर्य है. इन जनजातियों
का बहुसंख्यक समुदाय से सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक
रूप से अलग-थलग पड़ना । विकसित समाज की मुख्य धारा से अलग
होने पर संसाधनों और मौकों का फायदा नहीं उठा पाना अथवा बहुसंख्यकों
द्वारा इसे रोक देना, उसका शोषण और उस पर अत्याचार करना आदि
आदिवासियों का हाशियाकरण है।
□ आइए चर्चा करें:
प्रश्न 3.आदिवासी समाज औरों से किस तरह अलग है ? स्पष्ट
कीजिए।
उत्तर : आदिवासी समाज में जाति-वर्ण पर आधारित ऊँच-नीच का
अन्तर नहीं होता है। उनके बहुत सारे जनजातीय धर्म होते हैं, जो इस्लाम,
हिंदू, ईसाई आदि धर्मों से बिलकुल अलग हैं। वे अक्सर अपने पूर्वजों,
गाँव और प्रकृति की उपासना करते हैं। वे अपने आस-पास के अन्य धर्मों
से भी प्रभावित होते हैं। उनकी भाषा, रहन-सहन, संस्कृति, खान-पान,
वेश-भूषा आदि अन्य समुदायों से बिल्कुल भिन्न हैं।
प्रश्न 4. अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए संवैधानिक
सुरक्षा क्यों महत्त्वपूर्ण है ?
उत्तर : भारतीय संविधान इस बात को मानता है कि बहुसंख्यक
समुदाय की संस्कृति, समाज एवं सरकार की अभिव्यक्ति को प्रभावित कर
सकती है। इससे हो सकता है कि छोटे समुदाय हाशिये पर खिसकते चले
जाएँ । कुछ खास परिस्थितियों में छोटे समुदाय अपने जीवन, संपत्ति आदि
को लेकर असुरक्षित भी महसूस कर सकते हैं। ऐसे में अल्पसंख्यक
समुदायों को बहुसंख्यक समुदायों के वर्चस्व की आशंका से बचाने के लिए
सुरक्षात्मक प्रावधानों या संवैधानिक सुरक्षा महत्त्वपूर्ण है।
प्रश्न 5. क्या आप इस बात से सहमत हैं कि आर्थिक हाशियाकरण
और सामाजिक हाशियाकरण आपस में जुड़े हैं ? क्यों?
उत्तर : हाँ, मैं इस बात से सहमत हूँ कि आर्थिक हाशियाकरण और
सामाजिक हाशियाकरण आपस में जुड़े हैं। हाशियाकरण का संबंध
अभाव, पूर्वाग्रह और शक्तिहीनता के अहसास से जुड़ा है। हाशिया के
समुदाय के लोग अपनी गरीबी के कारण सामाजिक हैसियत में कमतर माने
जाते हैं । कभी-कभी इनको लोग दुश्मनी और डर के भाव से भी देखते
हैं। लोग गरीबों का मजाक उड़ाते हैं, उनका शोषण करते हैं, उन्हें
अपमानित करते हैं। ये लोग न केवल आर्थिक रूप से कमजोर हैं, बल्कि
सामाजिक रूप से भी पीछे हैं। अधिकांश गरीब तबका निम्न जाति या
दलित समुदाय का है, जिनके साथ छूआछूत, जातिगत भेद-भाव का
व्यवहार किया जाता है। इन्हें संसाधनों और मौकों का फायदा उठाने से
रोका जाता है। इन्हें फैसलों से अलग-थलग कर दिया जाता है। इस
प्रकार स्पष्ट है कि आर्थिक व सामाजिक हाशियाकरण एक-दूसरे से जुड़े
हुए हैं और अन्योन्याश्रित या पूरक है।
प्रश्न 6. आप समानता से क्या समझते हैं ? इस पाठ में कितने
प्रकार की समानता की चर्चा की गई है ?
उत्तर : समानता समाज की वह स्थिति है, जिसमें उस समाज के
प्रत्येक सदस्य को समान अधिकार और प्रतिष्ठा रहती है । कानून की दृष्टि
से समान अधिकार, समान अवसर व दायित्व प्राप्ति की स्थिति ही समानता
है। इस पाठ में तीन प्रकार की समानता की चर्चा की गई है–
(i) सामाजिक समानता
(ii) आर्थिक समानता
(iii) राजनीतिक समानता ।
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