Jharkhand Board Class 7TH Science Notes | रेशों के वस्त्र
JAC Board Solution For Class 7TH Science Chapter 5
अभ्यास
1. सही विकल्प का चयन कीजिए:
(i) निम्नलिखित में से किससे ऊन रेशा प्राप्त नहीं किया जा
सकता—
(क) बकरी (ख) लामा (ग) अलपेका (घ) कीट
(ii) निम्नलिखित में से कौन-सा रेशम का प्रकार नहीं है—
(क) मलबेरी (ख) तसर (ग) मूंगा (घ) कीट
(iii) रेशम कीड़ा है—
(क) कैटरपीलर (ख) कोकून (ग) सलम (घ) इनमें से कोई नहीं
(iv) निम्नांकित में कौन ऊन नहीं देता है-
(क) याक (ख) ऊँट (ग) बकरी (घ) कुत्ता
उत्तर—(i)-(घ), (ii)-(घ), (iii)- (क), (iv)- (घ)।
2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:—
(i) ............. एवं जन्तुओं से जांतव रेशे प्राप्त किए जाते हैं।
(ii) ऊँट के......... का उपयोग ऊन के लिए किया जाता है।
(iii) ऊन के लिए भेड़ों के बालों की कटाई सामान्यतः ............ के
मौसम में की जाती है।
(iv) सामान्य रेशम कीट ................ हैं।
(v) रेशम-कीट ........ की पत्तियों पर पलते हैं।
(vi) रेशम रेशे ............. के होते हैं।
उत्तर—(i) ऊन, रेशम, (ii) बालों, (iii) जाड़े, (iv) कोकून (v) शहतूत,
(vi) रेशम कीट।
3. सही उत्तर पर (✓) का निशान लगाइए—
(i) रेशम कीड़ा है?
(क) कैटरपीलर
(ख) कोकून
(ग) सलम
(घ) इनमें से कोई नहीं
(ii) निम्नलिखित में कौन ऊन नहीं देता है—
(क) याक
(ख) ऊँट
(ग) भेड़
(घ) कुत्ता
उत्तर—(i)-(ख), (ii)-(घ)।
4. खंड 'क' से खंड 'ख' का सही मिलान कीजिए—
खण्ड-'क' खण्ड-'ख'
(i) अभिमार्जन (a) रेशम फाइबर ऊपन्न करता है
(ii) शहतूत की पत्तियाँ (b) ऊन देने वाला जन्तु
(iii) याक (c) रेशम कीट का भोजन
(iv) कोकून (d) काटी गई ऊन की सफाई
उत्तर— (i)-(d), (ii)-(c), (iii)-(b), (iv)-(a).
5. किन्हीं दो जन्तुओं के नाम लिखें जिनसे ऊन रेशे प्राप्त किए
जाते हैं?
उत्तर— भेड़,याक।
6. रेशम कीट पालन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर— आर्थिक रूप से रेशम प्राप्त करने के लिए रेशम कीड़ों के पालन
को रेशम कीट पालन कहते हैं।
7. भेड़ के कौन-से भाग तंतु ऊन बनाने के काम में आता है।
उत्तर— ऊन जीवित रेशे हैं जो भेड़ आदि जन्तुओं के बाल से प्राप्त किए
जाते हैं।
8. ऊन-तंतु से अन किस प्रकार प्राप्त किये जाते हैं?
उत्तर— ऊन-तंतु के बालों की कटाई, धुलाई, कताई, रंगाई और बुनाई की
प्रक्रिया से गुजरने के बाद ऊन प्राप्त किये जाते हैं।
9. कोकून क्या है? रेशम कीट किस प्रकार कोकून बनाते हैं?
उत्तर— डी रेशम के रेशों से अपने आप को ढकने की प्रक्रिया को
कोकून कहते हैं। अपने जीवन-चक्र में रेशम कीट
अंडा-लार्वा-प्यूपा-वयस्क कीट बनता है। रेशम के रेशों की कताई
करके कोकून बनाते हैं।
10. प्राकृतिक एवं संश्लेषित रेशा में क्या अंतर है?
उत्तर— प्राकृतिक रेशम के वस्त्र शीघ्र ही जल जाते हैं।
संश्लेषित रेशम के वस्त्र जलने में थोड़ा वक्त लेता है।
11. रीना अपनी मौसी के साथ साड़ी खरीदने दुकान गई। वहाँ
उसने पाया कि संश्लेषित रेशमी साड़ी का मूल्य प्राकृतिक
रेशमी साड़ी से कम था। वह जानना चाहती थी कि ऐसा क्यों
है? पता कीजिए।
उत्तर— क्योंकि प्राकृतिक रेशम की साड़ी रेशम का शुद्ध रूप है तथा
इसके उत्सर्जन में कम समय और मेहनत लगती है। जबकि
संश्लेषित रेशम की साड़ी रेशम का ही रूप होता है परन्तु पूर्णत:
शुद्ध नहीं होता है। इसी वजह से प्राकृतिक साड़ी संश्लेषित साड़ी
से मंहगी होती है।
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