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  Jharkhand Board Class 7TH Sanskrit Notes | सरहुल पर्व  

    JAC Board Solution For Class 7TH Sanskrit Chapter 4


पाठः― झारखण्डप्रदेशे जनजातीनाम् अनेके उत्सवाः सन्ति। पर तेषां मध्ये
'सरहुल' इति प्रमुख पर्व अस्ति। मुण्डाजनजातीनाम् अयं मुख्यः उत्सव:
अस्ति। उराँव-जनाः अस्य पर्वणः 'खादी' इति नाम्ना संथालजनाश्च
'बाह्या' नाम्ना अनुष्ठानं कुर्वन्ति। अस्मिन् अवसरे मुण्डाजना: सरनास्थले
एकत्रिताः भवन्ति।
  अर्थ― झारखण्ड प्रदेश में जनजातियों के अनेक पर्व हैं । पर उनके बीच में
'सरहुल' प्रमुख पर्व है। मुण्डा जनजातियों का यह मुख्य पर्व है। ठराव
लोग इस पर्व को 'खद्दी' नाम से और संथाल लोग 'बाह्या' के नाम
से अनुष्ठान करते हैं। इस अवसर पर मुण्डा लोग 'सरनास्थल' पर
एकत्रित होते हैं।

पाठः― सरनास्थले शालवृक्षस्य मजरेण सरनादेवी पूजयन्ति। ठराँव-जनजातीना
जनाः भोजने सरहुलपर्यन्तं तस्य वृक्षस्य नवपुष्पाणां पत्राणां च प्रयोग
न कुर्वन्ति। जनाः सरहुलपर्वणः पनस-पुटकल-गौहफलाना सेवनस्य
प्रारम्भ कुर्वन्ति।
   अर्थ― सरनास्थल पर शाल वृक्ष की मञ्जरी से सरना देवी को पूजते हैं। उराँव
जनजातियों के लोग भोजन में सरहुल तक उस वृक्ष के नये फूलों और
पत्तों का प्रयोग नहीं करते हैं। लोग सरहुल पर्व से कटहल, पुटकल,
गौह फलों का सेवन आरंभ करते हैं।

पाठः― पाहनः सरनास्थले सप्ताहपूर्वमेव घटे जलं स्थापयति। सः घटस्य जल
दृष्ट्वा भविष्यवाणी करोति यत् अस्मिन् वर्षे कीदृशी वृष्टिः भविष्यति ?
जनाः तण्डुल-कुक्कुटी-मांसमिश्रितस्य प्रसादस्य ग्रहणं कुर्वन्ति। तं
प्रसाद 'सुड़ी' इति कथयन्ति। अस्मिन् अवसरे पाहनः भ्यः शालमजरेण
आशीर्वाद ददाति।
  अर्थ― पूजक सरनास्थल पर एक सप्ताह पहले ही घड़े में जल रखता है। वह
घड़े के जल को देखकर भविष्यवाणी करता है कि इस साल वर्षा
कैसी होगी ? लोग चावल और मुर्गी का माँस मिला हुआ प्रसाद ग्रहण
करते हैं । उस प्रसाद को सुड़ी कहते हैं। इस अवसर पर पूजक लोगों
को शाल की मञ्जरी से आशीर्वाद देता है।

पाठ:― अयम् उत्सवः सप्ताहपर्यन्तं प्रचलति। जनाः गृहे मण्डप-निर्माणं कुर्वन्ति
द्वारे पुष्पगुच्छेः सज्जा च कुर्वन्ति। सर्वे नवीनवस्त्राणि धारयन्ति।
शोभायात्रायाः आयोजनं भवति। अस्यां शोभायात्रायां बालाः युवकाः
वृद्धाः च 'मान्दर' इति वाद्ययन्त्रं वादयित्वा नृत्यन्ति।
    अर्थ― यह पर्व एक सप्तह तक चलता है। लोग घर में मण्डप का निर्माण
करते हैं। दरवाजे पर फूल के गुच्छों से सजावट करते हैं। सभी नये
कपड़े पहनते हैं। शोभा यात्रा का आयोजन होता है। इस शोभा यात्रा
में बच्चे युवक और यूढे 'मान्दर' वाद्ययंत्र बजाकर नाचते हैं।

पाठः― रात्रौ सर्वे जनाः मिलित्वा नृत्यन्ति गायन्ति च। अस्मिन् अवसरे तण्डुल
गुडघृतमिश्रितं विशिष्ट मिष्टान्नम् (अपूपम) पचन्ति। जनाः अनेकानि
नवीनानि व्यज्जनानि खादन्ति। अयं तु वसन्तोत्सवः अस्ति। वसन्ते
सर्वत्र पुष्पाणि विकसन्ति। वातावरणे पुष्पाणां सौरभस्य प्रसारः भवति।
नवपल्लवाः सर्वान् आकर्षयन्ति। सरहुलपूजा वस्तुतः प्रकृतिपूजा एव
अस्ति।
   अर्थ― रात में सभी लोग मिलकर नाचते और गाते हैं। इस अवसर पर चावल
गुड़ और घी मिला हुआ विशेष पकवान (पूआ) पकाते हैं। लोग
अनेक नये पकवान खाते हैं। यह तो वसन्त का उत्सव है। वसन्त में
सभी जगह फूल खिलते हैं। वातावरण में फूलों की सुगंध का प्रसार
होता है। नये पत्ते सभी को आकर्षित करते हैं। यह सरहुल पूजा
वस्तुतः प्रकृति पूजा है।

पाठ:― जनाः रात्रौ तु नृत्यन्ति मान्दरं वाद्यन्ते तदा।
           सर्वपर्वसु वै श्लाघ्यं सरहुलेति हि कथ्यते।।

                           सर्वे मिलित्वा गायन्तु

दिगन्तरम्ये हन्त वसन्ते
वायुर्वहते मन्दं मन्दम्।
हरते हृदयं रम्योद्यान
पुष्पैः रुचिरैश्चकास्ति हृद्यम्।।
                                 रसालविटपे वसन्तदूतः
                                 रचयति मधुरं कुहु कुहु-तानम्।
                                 गुञ्जति मधुप कुसुमे कुसुमे
                                 पृणु रे पान्थ! तदीय-गानम् ॥
अर्थ― लोग रात में मान्दर बजाकर नाचते हैं तब सभी पर्वो में श्रेष्ठ सरहुल
को ही कहते हैं।
सभी मिलकर गाते हैं―
वसन्त में आकाश और धरती पर हवा धीरे-धीरे बहती है, सुन्दर बाग
हृदय को आकर्षित करते हैं और सुन्दर फूलों से बाग सुन्दर दिखता है।
सुनो रे पथिक ! उस गान को सुनो। आम के पेड़ पर वसन्त दूत
(कोयल) कुहु-कुहु मधुर तान रचती है। फूलों पर भौरे गुंजार करते हैं।

                                        अभ्यासः

प्रश्न संख्या 1 एवं 2 शब्दार्थ एवं उच्चारण है।
3. प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत―
(क) कस्मिन् प्रदेशे जनजातीनाम् अनेके उत्सवाः सन्ति ?
उत्तर― झारखण्ड प्रदेशे जनजातीनाम् अनेके उत्सवाः सन्ति।

(ख) ठरावजनाः सरहुलपर्व केन नाम्ना जानन्ति ?
उत्तर― उराँवजनाः, सरहुलपर्व खंदी नाम्ना जानन्ति।

(ग) पाहनः कुत्र सप्ताहपूर्वमेव घटे जलं स्थापयति ?
उत्तर― पाहनः सरनास्थले सप्ताहपूर्वमेक घटे जले स्थापयति।

(घ) पाहनः जनेभ्यः केन आर्शीवादं ददाति ?
उत्तर― पाहनः जनेभ्यः शाल मञ्जरेण आर्शीवादं दादति।

(ङ) जनाः कुत्र मण्डपनिर्माणं कुर्वन्ति ?
उत्तर― जनाः गृहे मण्डपनिर्माण कुर्वन्ति।

(च) के सरहुलपर्व 'बाह्या' इति नाम्ना जानन्ति ?
उत्तर― संथालजनाः, सरहुलपर्व 'बाह्या' नाम्ना जानन्ति।

4. उचितपदानि मेलयत―
अ                                 आ
(क) झारखण्डप्रदेशे         वाद्ययंत्रम्
(ख) उरीवजनाः              खद्दी
(ग) संथालजनाः             सरहुलपूजा
(घ) मान्दरम्                   सरनास्थले
(ङ) पाहनः                     बाह्या
उत्तर― अ                       आ
(क) झारखण्डप्रदेश          सरहुलपूजा
(ख) उराँवजनाः                खद्दी
(ग) संथालजनाः               बाह्या
(घ) मान्दरम्                    वाद्ययंत्रम्
(ङ) पाहनः                      सरनास्थले

5. मञ्जूषातः उचितपदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत―
सुड़ी वसन्तोत्सवः सर्वान् मुण्डा सन्ने मण्डपनिर्माण
(क) नवपल्लवाः ................. आकर्षयन्ति।
(ख) अयं तु .................. अस्ति।
(ग) ................ सर्वत्र पुष्पाणि विकसन्ति।
(घ) जनाः गृहे ....................... कुर्वन्ति ।
(ङ) ................... जनजातीनाम् अयं मुख्यः उत्सवः अस्ति।
(च) जनाः प्रसाद ..................इति कथयन्ति।
उत्तर―(क) सर्वान् (ख) वसन्तोत्सवः (ग)वसन्ते (घ) मण्डपनिर्माण
(ङ) मुण्डा (च) सुड़ी

6. विशेषण-विशेष्यं मेलयत―
अ                            आ
(क) अनेके                अवसरे
(ख) अस्मिन्              वस्त्राणि
(ग) नवीनानि              उत्सवाः
(घ) सर्व                     मिष्टान्नं
(ङ) विशिष्टं                जनाः
उत्तर―अ                   आ
(क) अनेके                 उत्सवाः
(ख) अस्मिन्              अवसरे
(ग) नवीनानि              वस्त्राणि
(घ) सर्वे                     जनाः
(ङ) विशिष्ट                 मिष्यन्नं

7. भिन्नवर्गस्य पदं चिनुत―
यथा―सरहुल: मुण्डा दूसु शालः                            शाल:
(क) संथाल मुण्डा उरांव उत्सव:                        ................
(ख) भोजनं पाहनः जलं तण्डुलं                        ................
(ग) पनस: पुटकलफलम् गौहफलम् पूजा           ................
(घ) पुष्पाणि पत्राणि मान्दरं वृक्षाः                      ................
(ङ) घटे नृत्यन्ति गायन्ति हसन्ति                       ................
उत्तर―(क) उत्सवः (ख) पाहनः (ग) पूजा (घ) मान्दरं (छ) घटे

8. 'आम्' अथवा 'न' माध्यमेन उत्तरत―
(क) जनजातीनां प्रमुख पर्व 'सरहुल' इति अस्ति।       .............
(ख) पाहनः सरनास्थले घट स्थापयति।                    …..........
(ग) पाहन: जलं दृष्ट्वा भविष्यवाणी करोति।             .............
(घ) सर्वेजनाः रात्रौ स्वपन्ति।                                  .............
(ङ) जनाः ओदनं पचन्ति।                                     ................
उत्तर―(क) आम् (ख) (ग) आम् (घ) न (ङ) न।

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