Jharkhand Board Class 7TH History Notes | नये राजा और राज्य
JAC Board Solution For Class 7TH (Social Science) History Chapter 2
□ आइए जानें―
1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
1. राष्ट्रकूट वंश का संस्थापक .............. था।
2 पालवंश ............... धर्म के अनुयायी थे।
3. चोल वंश का संस्थापक .................. था।
4. चतरा के इटखोरी में ............. के शिलालेख प्राप्त हुए हैं।
5. राजराजेश्वर का मन्दिर ...............में बनवाया गया।
उत्तर―1. दंतिदुर्ग 2. बौद्ध 3. विजयालय 4. महेन्द्रपाल 5. तंजौर
2. निम्न प्रश्नों के उत्तर लिखें:
1. कौन-कौन से राजवंश त्रिपक्षीय संघर्ष में शामिल थे?
उत्तर― दक्कन में राष्ट्रकूट, पूर्वी भारत में पाल तथा मध्य व पश्चिम
भाग में गुर्जर प्रतिहार थे जो राजवंश त्रिपक्षीय संघर्ष में शामिल थे।
2. विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना किसने और क्यों
की?
उत्तर―विक्रमशिला विश्वविद्यालय प्राचीन भारत में बौद्ध शिक्षा का
एक प्रमुख केन्द्र था। धर्मपाल ने (783-820 ई०) नालन्दा विश्वविद्यालय के
शैक्षणिक स्तर में गिरावट के बाद इसकी स्थापना की थी। बख्तियार
खिलजी ने 1203 ई० में इस विश्वविद्यालय को ध्वस्त किया।
3. राष्ट्रकूट कैसे शक्तिशाली बनें ?
उत्तर― राष्ट्रकूट चालुक्यों के सामंत थे, परन्तु उनकी कमजोरी का
लाभ उठाकर उन्होंने अपनी स्वतन्त्र सत्ता स्थापित कर ली। इस प्रकार वे
शक्तिशाली बने।
4. सामंत किसे कहा जाता था?
उत्तर―राजा बड़े जमींदार व कुछ प्रमुख सैन्य प्रमुखों को कुछ
राजनीतिक अधिकार भी प्रदान कर देते थे। उन्हें सामंत कहा जाता था।
□ आइए चर्चा करें―
5. चोल साम्राज्य के स्थानीय स्वशासन की क्या विशेषता थी?
उत्तर― चोल साम्राज्य के स्थानीय स्वशासन की प्रणाली अनूठी थी।
अन्य किसी भी भारतीय राज्य में ऐसी व्यवस्था देखने को नहीं मिलती है।
चोल शासकों की स्थानीय प्रशासन व्यवस्था को वारियम कहा जाता था।
यह व्यवस्था समिति प्रणाली पर आधारित थी।
6. पाल वंश बंगाल बिहार तक ही क्यों सीमित रह गए थे।
उत्तर―पाल वंश पूर्वी भारत में एक शक्तिशाली राजवंश था। इसकी
स्थापना गोपाल ने की थी। पाल राजवंश का विस्तार बिहार और बंगाल
तक ही था।
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