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    Jharkhand Board Class 7TH  Hindi Notes | अमीर खुसरो  

  JAC Board Solution For Class 7TH  Hindi Chapter 8


पाठ का सारांश : प्रस्तुत पाठ में अमीर खुसरो के बारे में बताया गया
है। अमीर खुसरो ने हिन्दी के महत्त्व को प्रतिष्ठापित किया। हिन्दी भाषा के
प्रति इनके गहरे लगाव के कारण उन्हें तूती-ए-हिन्द की पदवी दी गई। उन्हें
खड़ी बोली का प्रवर्तक माना जाता है। इनकी रचनाओं में खड़ी बोली हिन्दी
का प्रारंभिक रूप पाया जाता है। खुसरो की पहेलियाँ एवं मुकरियाँ आज भी
हमारी लोक-संस्कृति का हिस्सा है।

                                        अभ्यास प्रश्न
□ पाठ से
1. खुसरो के गुरू कौन थे ? खुसरो ने उनके संबंध में क्या कहा ?
उत्तर―खुसरो के गुरू प्रसिद्ध सूफी संत हजरत निजामुद्दीन औलिया थे ।
खुसरो ने उनके संबंध में कहा- वे ऐसे शहंशाह हैं, जिनका न कोई तख्त
है, न ताज, फिर भी बादशाहों को उनके पैरों की धूल की आवश्यकता है।

2. खुसरो का अधिकांश समय कहाँ बीता ? उन्होंने किस-किस
राजवंश का उत्थान-पतन देखा?
उत्तर―अमीर खुसरो का अधिकांश समय राज-दरबारों में बीता। उन्होंने

गुलाम, खिलजी और तुगलक तीन राजवंशों और ग्यारह सल्तनतों का उत्थान
और पतन अपनी आँखों से देखा।

3. खुसरो के चरित्र की प्रमुख विशेषताएँ बताइए?
उत्तर―अमीर खुशरो में देश-प्रेम कूट-कूट कर भरा था। उन्हें भारतीय
होने का गर्व था। अपनी मातृभूमि से उन्हें बहुत लगाव था। भारत को वे विश्व
के सभी देशों में सर्वश्रेष्ठ मानते थे। वे श्रम के महत्त्व को भी स्वीकार करते
थे। अपनी मेहनत की कमाई पर जोर देते थे।

4. खुसरो ने भारत का गुणगान किन शब्दों में किया है ?
उत्तर―खुसरो ने अपनी रचना में भारत का गुणगाण इस प्रकार किया
है― भारत में ज्ञान का भंडार है। संगीत, यहाँ का फल-फूल । पशु-पक्षी आदि
इस देश को महान बनाते हैं। प्राकृतिक दृश्यों के कारण यह देश स्वर्ग से भी
बढ़कर है।

5. जनश्रुति के अनुसार खुसरो ने किस वाद्ययंत्र का आविष्कार
किया?
उत्तर―जनश्रुति के अनुसार खुसरो ने सितार और तबले का आविष्कार
किया। वे गायक एवं संगीत प्रेमी भी थे।

6. अपने गुरु की मृत्यु की खबर सुनकर खुसरो ने क्या किया ?
उत्तर― जीवन के अंतिम वर्षों में खुसरो गयासुद्दीन तुगलक के साथ
बंगाल की ओर लखनौती गए। जब वे दिल्ली वापस लौटे तो पता चला हजरत
निजामुद्दीन औलिया का देहांत हो चुका है। इससे वे अत्यंत दुःखी हुए। उन्होंने
अपने कपड़े फाड़ डाले. मुँह पर राख मल ली और पीर की समाधि पर जाकर
रोते हुए दोहा पढ़ा―
                    गोरी सोवे सेज पर, मुख पर डाले केस ।
                    चल खुसरो घर अपने, रैन भई चहुँ देस ।
इसके बाद वे वैरागी हो गए।

□ पाठ से आगे:
1. युसरो के जीवन का अधिकांश समय राज दरवारों में बीता। गुलाम
खिलजी और तुगलक तीन राजवंशों और ग्यारह सल्तनतों का उत्थान और
पतन उन्होंने अपनी आँखों से देखा । गुलाम, खिलजी एवं तुगलक
राजवंशों के संस्थापकों के नाम लिखिए।
उत्तर― शिक्षक से पूछकर स्वयं करें।

2. आप अपने गाँव-घर में बहुत सारी पहेलियाँ एवं मुकरियाँ सुनते
होंगे। उन्हें एक जगह एकत्रित कर लिखिए एवं वर्ग में पड़कर सुनाएँ।
उत्तर― करके सुनाएँ।

3.आपके विचार से गुरू और शिष्य का रिश्ता कैसा होना चाहिए?
उत्तर―गुरू और शिष्य के बीच गहरा रिश्ता होता है। गुरू शिष्य में
हृदय से स्नेह होता है। वहीं शिष्य गुरू को श्रद्धा से देखता है। शिष्य पर
गुरू के जीवन आदर्श का प्रभाव झलकता है।

                                                 ★★★

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