Jharkhand Board Class 6TH History Notes | आरंभिक नगर
JAC Board Solution For Class 6TH (Social Science) History Chapter 4
1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए―
(क) हड़प्पा नगर ....................... में अवस्थित है।
(ख) हड़प्पा नगर की इमारतें ......................ईंटों से बनी थीं।
(ग) कालीबंगा ....................... राज्य में अवस्थित है।
(घ) वृहत् स्नानागार .…...................... में मिला है।
उत्तर― (क) पंजाब के मॉन्टगोमरी (ख) पक्की (ग) राजस्थान
(घ) मोहनजोदड़ो
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए ।
(क) हड़प्पा काल में ऊपजाई जानेवाली फसलें की सूची
बनाइए।
उत्तर― हड़प्पा काल में उपजाई जानेवाली फसलें निम्नलिखित हैं―
धान, गेहूँ, मटर, चना, तिल, सरसों आदि ।
(ख) हड़प्पा सभ्यता की नगरीय व्यवस्था का वर्णन कीजिए।
उत्तर― इतिहासकारों के अनुसार हड़प्पा, मोहनजोदड़ो जैसे कई नगर
दो भागों में बंटे हुए थे । प्रायः पश्चिमी भाग छोटा एवं ऊँचाई पर बना था।
पूर्वी हिस्सा बड़ा एवं निचले इलाके में था। पूर्वी हिस्से में सामान्य लोगों
के रहने के कारण इसे निचला नगर कहा गया। दोनों भागों की
चहारदीवारी पक्की ईंटों से बनायी जाती थी।
हड़प्पा तथा मोहनजोदड़ो के भवन बड़े होते थे । यहाँ के स्नानागार
के चारों ओर बरामदे एवं इनके पीछे अनेक छोटे-छोटे कमरे निर्मित किये
गये थे। हड़प्पा जैसे कई नगरों में अनाज रखने के लिए अन्नागार बने
होते थे। इनके रख-रखाव की व्यवस्था राज्य के पदाधिकारियों द्वारा की
जाती थी।
कालीबंगा में एक कुएँ के समीप सात आयताकार बेदियाँ एक पंक्ति
में मिली हैं। इससे पता चलता है कि लोग धार्मिक जीवन में विश्वास रखते
थे। लोथल में तीन बर्तन के टुकड़ों पर सर्प की आकृति मिली है। इससे
पता चलता है कि लोग नागराज की पूजा करते थे। वहाँ की यह भी
विशेषता है। वहाँ की इमारते दो या तीन मंजिला होती थीं। घर में आँगन
होता था। आँगन के चारों ओर घर बने होते थे जिसका दरवाजा आँगन
में ही खुलता था। सड़क किनारे सार्वजनिक नलियों में मिलती थी । हर
मुहल्लों में पक्की सड़कें बनी होती थी। सड़कों की बनावट ऐसी थी कि
जहाँ चौराहा होता था। वहाँ सड़कें 90° के समकोण की तरह दिखाई
पड़ती थीं।
(ग) अन्नागार का निर्माण क्यों किया गया था ?
उत्तर― जनता से कर के रूप में वसूल किए गए अनाज को रखने
के लिए अन्नागार का निर्माण किया गया था।
(घ) मेसोपोटामिया में सिंधु सभ्यता की कौन-सी चीजें प्राप्त
हुई हैं ?
उत्तर― मसोपोटामिया की विविध वस्तुएँ जैसे खानेदार मनके, सेलखड़ी
के बटन आदि मिले हैं। इसमें हड़प्पा मूल का ताँबे का श्रृंगारदान भी
मिला है।
3. हड़प्पा नगर में लोगों ने महान स्नानागार का निर्माण क्यों
किया था?
उत्तर― हड़प्पा तथा मोहनजोदड़ों के भवन बड़े होते थे। इससे उस
काल के लोगों की भवन निर्माण कला का पता चलता है। वृहद् स्नानागार
मोहनजोदड़ों का अब तक का सबसे प्रसिद्ध स्थल है। इसको बनाने में
पक्की ईंटों एवं सूखे चूने का प्रयोग होता था। यह संभवतः धर्मानुष्ठान्
संबंधी स्नान के लिए बना था। जिसका उपयोग सभी लोग करते थे। इस
स्नानागार के चारों ओर बरामदे एवं इनके पीछे अनेक छोटे-छोटे कमरे
निर्मित किये गये थे। जो महिलाओं की सुविधा के लिए बने थे।
4. हड़प्पा सभ्यता में शिल्पकारी कला अनूठी थी, कैसे ?
उत्तर― हड़प्पा संस्कृति की खुदाई से कई चीजें प्राप्त हुई हैं।
अधिकतर चीजें पत्थर, शंख, ताँबे, काँसे, सोने और चाँदी जैसी धातुओं
से बनायी गयी थीं । ताँबे और काँसे से औजार, हथियार, गहने और बर्तन
बनाये जाते थे। गहने और बर्तन सोने-चाँदी तथा अन्य बहुमूल्य वस्तुओं
से भी बनाये जाते थे जिनपर सुंदर नक्काशी की जाती थी। आज भी इन
बहुमूल्य धातुओं से आभूषण और बर्तन बनाये जाते हैं। मनके (हार),
बाट और फलक को बड़े सुंदर ढंग से बनाया गया था। यह कहा जा सकता
है कि स्वर्णकार और कारीगर काफी पारंगत थे।
5. खंडहरों का संरक्षण क्यों आवश्यक है ?
उत्तर― प्राचीन सभ्यताओं के अवशेष खंडहरों में भी होते हैं। ये
अतीत की कहानी को बताने का एक माध्यम होते हैं । इसीलिए आज ये
हमारी धरोहर हैं। आज से हजारों वर्ष पूर्व की सभ्यताओं के अवशेष
हड़प्पा एवं मोहनजोदड़ो इत्यादि स्थलों पर खुदाई से खंडहरों के रूप में
प्राप्त हुए हैं। इसलिए खंडहरों का संरक्षण आवश्यक है।
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