Jharkhand Board Class 10 Chemistry Notes | कार्बन एवं उसके यौगिक
JAC Board Solution For Class 10TH (Science) Chemistry Chapter 4
1. एक कार्बनिक यौगिक कालिख ज्वाला के साथ जलता है। क्या यह
संतृप्त यौगिक है अथवा असंतृप्त? [JAC 2009 (A)]
उत्तर : असंतृप्त
2. प्रकार्यात्मक समूह ― COOH का नाम बताएँ। [JAC 2009 (S)]
उत्तर : कार्बोक्सिलिक अम्ल।
3. तीन कार्बन परमाणुओं वाली ऐल्केन का नाम बताइए। [JAC 2010 (S)]
उत्तर : प्रोपेन
4. ऐल्केन का सामान्य सूत्र क्या है? [JAC 2016 (A)]
उत्तर : CₙH₂ₙ +₂
5. ऐल्कीन का सामान्य सूत्र क्या है? [JAC 2011 (A), 2013 (A) 2017 (A)]
उत्तर : CₙH₂ₙ
6. ऐल्काइन का सामान्य सूत्र क्या है? [JAC2019 (A)]
उत्तर : CₙH₂ₙ_₂
7. CₙH₂ₙ किसी हाइड्रोकार्बन ग्रुप का सामान्य सूत्र है? [JAC 2020 (A)]
उत्तर : असंतृप्त हाइड्रोकार्बन
8. CH₃COC₂H₅ में उपस्थित प्रकार्यात्मक समूह की पहचान कीजिए।
[JAC 2015 (A)]
उत्तर : इथाइल एसीटेट के प्रकार्यात्मक समूह कीटोन है।
9. निम्न में से कौन एक एल्डिहाइड है?
HCHO, CH₃OH, CH₃CH₂OH [JAC 2014(A)]
उत्तर : HCHO
10. हाइड्रोकार्बन C₂H₆, C₃Hg, C₂ H₂ एवं CH₄ में से किसमें संकलन
अभिक्रिया होती है? [JAC 2010 (A)]
उत्तर : C₂H₂
11. C₆₀-फुलेरीन अणु की आकृति कैसी होती है?
उत्तर : C₆₀-फुलेरीन अणु की आकृति फुटबॉल जैसी होती है।
12. दो अभिक्रियाशील समूहों को लिखें।
उत्तर : हाइड्रॉक्सिल समूह (–OH) एवं ऐल्डिहाइडिक समूह (―CHO)
13. कीटोनिक अभिक्रियाशील समूह का संरचना-सूत्र अंकित करें।
उत्तर :> C = O
14. क्लोरोफॉर्म का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : ट्राइक्लोरोमेथेन
15. साइक्लोपेंटेन का सूत्र लिखें।
उत्तर : C₅H₁₀
16. मेथिल ऐल्कोहॉल और एथिल ऐल्कोहॉल में कौन विषैला द्रव है?
उत्तर : मेथिल ऐल्कोहॉल
17. उच्च वसा-अम्लों के सोडियम लवणों को क्या कहते हैं?
उत्तर : साबुन
18. किसी एक अपमार्जक का नाम लिखें।
उत्तर : सोडियम लॉरिल सल्फेट।
19. कार्बन के दो प्रमुख अपरूपों का नाम बताएँ।
उत्तर : हीरा एवं ग्रेफाइट।
20. हेक्सेन में सहसंयोजक आबंधों की संख्या वताएँ।
उत्तर : 19
21. CO₂ सूत्र वाले कार्बन डाइऑक्साइड की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना क्या
होगी?
उत्तर : O==C==O
22. कार्बन का कौन-सा अपरूप विद्युत का सुचालक होता है?
उत्तर : ग्रेफाइट
23. संतृप्त हाइड्रोकार्बन के समूह का क्या कहा जाता है?
उत्तर : एल्केन
24. प्रकार्यात्मक समूह > CO का नाम वताएँ।
उत्तर : कीटोन।
25. CH₃CI का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : क्लोरोमेथेन
26. C₂H₅NO₂ का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : नाइट्रो एथेन
27. CH₃OH का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : मेथेनॉल
28. HCOOH का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : मेथेनॉइक अम्ल
29. CH₃CHO का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : एथेनैल
30. CH₃COCH₃ का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : प्रोपेनोन
31. C₃H₄ का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : प्रोपाइन
32. C₃H₇CI का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : क्लोरो प्रोपेन
33. C₂ H₅OH का IUPAC नाम लिखें।
उत्तर : एथेनॉल
34. पेंटेन से उत्पन्न एल्कोहॉल का आण्विक सूत्र लिखें।
उत्तर : C₅H₁₁OH
35. ऐल्कोहॉल श्रेणी का सामान्य सूत्र लिखें।
उत्तर : CₙH₂ₙ+₁OH
36. ऐल्डिहाइड श्रेणी का सामान्य सूत्र लिखें।
उत्तर : CₙH₂ₙ+₁ CHO
37. कार्बोक्सिलिक अम्ल श्रेणी का सामान्य सूत्र लिखें।
उत्तर : CₙH₂ₙ+₁ COOH
38. एथेनॉल के वायु में दहन पर जल के अतिरिक्त और कौन-सा दूसरा
उत्पाद प्राप्त होता है?
उत्तर : CO₂
39. तनु क्षारीय पोटेशियम परमैगनेट (KMnO₄) को एथेनॉल के साथ गर्म
करने से प्राप्त उत्पाद का नाम बताएँ।
उत्तर : एथेनॉइक अम्ल।
40. एथेनॉइक अम्ल का साधारण नाम क्या है?
उत्तर : ऐसिटिक अम्ल।
41. सिरका क्या है?
उत्तर : ऐसिटिक अम्ल के 3-4% विलयन को सिरका के नाम से जाना
जाता है।
42. सिरका में कौन-सा अम्ल होता है?
उत्तर : सिरका में ऐसिटिक अम्ल (एथेनॉइक अम्ल) होता है।
43. अपमार्जक किसे कहते हैं?
उत्तर : रासायनिक रूप से लंबी हाइड्रोकार्बन श्रृंखला युक्त सल्फोनिक
अम्ल के सोडियम लवण को अपमार्जक कहते हैं।
3 अकस्तरीय प्रश्न
1. निम्नलिखित यौगिकों के नाम दीजिए―
(a) एथेन से व्युत्पन्न एक ऐल्कोहॉल।
(b) ब्यूटेन से व्युत्पन्न एक कीटोन।
(c) मेथेन से व्युत्पन्न एक कार्बोक्सिलिक अम्ला [JAC 2010 (A)]
उत्तर : (a) एथेन से व्युत्पन्न एक एल्कोहॉल का नाम एथिन एल्कोहॉल
[एथेनॉल (C₂H₅FOH)] है।
(b) ब्यूटोन से उत्पन्न एक कीटोन का नाम मेथिल एथिल कीटोन या
ब्यूटेनोन (CH₃COCH₂ . CH₃) है।
(c) मेथेन से व्युत्पन्न एक कार्बोक्सिलिक अम्ल का नाम एसीटिक अम्ल
(CH₃COOH) है।
2. संकलन एवं प्रतिस्थापन अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं? दोनों में
प्रत्येक के एक-एक उदाहरण दीजिए। [JAC 2017(A)]
उत्तर : संकलन अभिक्रिया : वह अभिक्रिया जिसमें दो या अधिक पदार्थ
(तत्त्व या यौगिक) परस्पर संयोग कर एक नए पदार्थ का निर्माण करते हैं। नए
पदार्थ का गुण मूल पदार्थ के गुण से बिलकुल भिन्न होते हैं। जैसे-
मैगनीशियम (Mg) को वायु या ऑक्सीजन में जलाने पर नया यौगिक MgO
बनता है।
प्रतिस्थापन अभिक्रिया में, किसी यौगिक में उपस्थित परमाणु के समूह को
किसी दूसरे परमाणु द्वारा विस्थापित कर देता है। यह एकल विस्थापन तथा उभय
विस्थापन होता है जैसे―
एक विस्थापन : Fe + CuSO₄ → FeSO₄ + Cu
उभय विस्थापन : BaCl₂ + Na₂ .SO₄ → BaSO₄ + 2NaCl
3. इथेनॉल से इथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया
क्यों कहते हैं? [JAC2019(A)]
उत्तर : इथेनॉल से जब ऑक्सीजन परमाणु प्रतिक्रिया करता है तो इथेनॉल
के दो हाइड्रोजन परमाणु ऑक्सीजन परमाणु से संयुक्त होकर जल का एक अणु
बनाकर अलग हो जाते हैं जिससे इथेनल (एसीटल्डिहाइड) बनता है। किसी
अणु से हाइड्रोजन का निकलना ऑक्सीकरण कहलाता है। फिर, बने हुए इथेनल
से जब एक परमाणु ऑक्सीजन जुड़ता है तो इथेनोइक अम्ल बनता है और
ऑक्सीजन का जुड़ना ऑक्सीकरण है। इसलिए इथेनॉल से इथेनोइक अम्ल का
बनना एक ऑक्सीकरण प्रतिक्रिया कहलाता है।
4. समजातीय श्रेणी क्या है ? उदाहरण के साथ समझाइए। [JAC 2020 (A)]
उत्तर― समजातीय श्रेणी वैसे यौगिकों की श्रेणी होती है जिसके सभी
सदस्यों को किसी सामान्य सूत्र से व्यक्त किया जाता है तथा किसी भी दो
क्रमागत सदस्यों के अणुसूत्रों में ―CH₂― का अंतर होता है। इस श्रेणी के
सभी यौगिकों में एक ही क्रियाशील समूह रहने के कारण उनके रासायनिक गुणों
में समानता पाई जाती है।
उदाहरण―ऐल्केन श्रेणी के सदस्यों को सामान्य सूत्र CₙH₂ₙ+₂ से व्यक्त
किया जाता है। इस श्रेणी के सदस्य मेथेन (CH₄), एथेन (C₂H₆), प्रोपेन
(C₃H₈) आदि हैं। इनके अणुसूत्रों से स्पष्ट है कि प्रत्येक सदस्य अपने से पहले
आए हुए सदस्य से―CH₂― अधिक है। अतः, ऐल्केन श्रेणी एक समजातीय
श्रेणी है।
5. समावयवता क्या है? कोई एक उदाहरण दें।
उत्तर : समावयवता कार्बनिक यौगिकों में पाई जानेवाली वैसी घटना है
जिसमें एक ही अणुसूत्र से विभिन्न यौगिकों का बोध होता है जिनके गुणों
में अंतर पाया जाता है। एक ही अणुसूत्र से व्यक्त होनेवाले विभिन्न यौगिक
समावयवी कहलाते हैं। यथा, अणुसूत्र C₂H₆O से दो भिन्न यौगिक
डाइमेथिल ईथर (CH₃ . O . CH₃) एवं एथिल ऐल्कोहॉल (C₂H₅OH) का
बोध होता है जिनके गुणों में अंतर होता है।
6. प्रकार्यात्मक समूह क्या है? उदाहरण दें।
उत्तर : किसी कार्बनिक यौगिक में उपस्थित परमाणु या परमाणुओं के उस
समूह को, जिस पर उस कार्बनिक यौगिक के रासायनिक गुण निर्भर करता है,
प्रकार्यात्मक समूह या अभिलक्षकीय समूह कहते हैं। जैसे, मेथैनॉल (CH₃OH)
में उपस्थित हाइड्रॉक्सिल (―OH) तथा एथेनॉइल अम्ल (CH₃COOH) में
उपस्थित कार्बोक्सिल (―COOH), दोनों प्रकार्यात्मक समूह हैं।
7. अभिक्रियाशील समूह किसे कहते हैं? किसी एक अभिक्रियाशील
समूह का नाम लिखें।
उत्तर : कार्बनिक यौगिकों में विद्यमान वैसे समूह को अभिक्रियाशील समूह
कहते हैं जिसके ऊपर उनके मुख्य गुण निर्भर करते हैं। यथा- एथिल
ऐल्कोहॉल का अभिक्रियाशील समूह ऐल्कोहॉलीय हाइड्रॉक्सिल समूह (–OH)
है। ऐल्डिहाइडिक समूह (―CHO) अभिक्रियाशील समूह है।
8. किण्वन की क्रिया क्या है? इसमें कौन-सी गैस निकलती है?
उत्तर : जटिल कार्बनिक यौगिकों के सूक्ष्मजीवों से स्रावित जटिल
नाइट्रोजनी पदार्थों, जिन्हें एंजाइम कहते हैं, द्वारा मंद गति से अपघटित होकर
सरल यौगिकों में परिवर्तित होने की क्रिया को किण्वन की क्रिया कहते हैं।
C₆H₁₂O₆ ____जाइमेज/यीस्ट से→ 2C₂H₅OH + 2CO₂
ग्लूकोज एथिल एल्कोहॉल
किण्वन की क्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है।
9. प्रतिस्थापन अभिक्रिया क्या है? सोदाहरण स्पष्ट करें।
उत्तर : प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ वैसी रासायनिक अभिक्रियाएँ हैं जिनमें
अभिकारक के परमाणु अथवा समूह यौगिकों के परमाणु अथवा समूह को
विस्थापित कर उनका स्थान ग्रहण करते हैं।
उदाहरण के लिए, Fe उत्प्रेरक की उपस्थिति में बेंजीन के हाइड्रोजन
परमाणु का क्लोरीन परमाणु द्वारा प्रतिस्थापन
C₆H₆ + Cl₂ ____Fe→ C₆H₅CI + HCI
बेंजीन क्लोरीन क्लोरोबेंजीन हाइड्रोजन क्लोराइड
10. एस्टरीकरण की क्रिया किसे कहते हैं? समीकरण द्वारा समझाएँ।
उत्तर : एस्टरीकरण वैसी रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें सांद्र H₂SO₄
की उपस्थिति में ऐल्कोहॉल कार्बनिक अम्ल से अभिक्रिया कर एस्टर का निर्माण
करते हैं। यथा, सांद्र H₂SO₄ की उपस्थिति में एथिल ऐल्कोहॉल ऐसीटिक अम्ल
से अभिक्रिया कर एथिल ऐसीटेट बनाता है।
C₂H₅OH + CH₃COOH ___H₂SO₄→CH₃COOC₂H₅ + H₂O
एथिल ऐल्कोहॉल ऐसीटिक अम्ल एथिल ऐसीटेट जल
11. संतृप्त हाइड्रोकार्बन एवं असंतृप्त हाइड्रोकार्बन क्या है?
उत्तर : संतृप्त हाइड्रोकार्बन : सहसंयोजक एकल बंधनों से जुड़े कार्बन
एवं हाइड्रोजन के यौगिक संतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। इन्हें ऐल्केन
(alkane) भी कहा जाता है। इनका सामान्य रासायनिक सूत्र Cₙ H₂ₙ+₂ है।
ऐल्केन, स्थायी और अक्रिय यौगिक होता है, अध्रुवीय होने के कारण इसके अणु
जल में अविलेय होते हैं।
असंतृप्त हाइड्रोकार्बन : खुली श्रृंखला वाले वे हाइड्रोकार्बन जिनमें
कार्बन परमाणुओं के बीच द्विबंधन अथवा त्रिबंधन उपस्थित रहते हैं, असंतृप्त
हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। कार्बन परमाणुओं के बीच द्विबंधन रहने पर
हाइड्रोकार्बन को ऐल्कीन कहते हैं। ऐल्कीन का सामान्य सूत्र CₙH₂ₙ है। कार्बन
परमाणुओं के बीच त्रिबंधन रहने पर हाइड्रोकार्बन को ऐल्काइन कहते हैं।
ऐल्काइन का सामान्य सूत्र CₙH₂ₙ_₂ है।
12. एल्काइन क्या है? इसका सामान्य सूत्र लिखें। सबसे सरल एल्काइन का
नाम तथा इलेक्ट्रॉनिक संरचना लिखें। इस एल्काइन का उपयोग बताएँ।
उत्तर : वैसे हाइड्रोकार्बन जिनमें अंतिम दो कार्बन परमाणु आपस में त्रिबंध
द्वारा जुड़े रहते हैं और शेष कार्बन परमाणु आपस में एकल बंधन द्वारा जुड़े रहते
हैं, उसे ऐल्काइन कहते हैं। सामान्य सूत्र―CₙH₂ₙ_₂
सबसे सरल ऐल्काइन―एथाइन (C₂H₂)
इलेक्ट्रॉनिक संरचना―
उपयोग―ऑक्सी एसीटाइलीन ज्वाला उत्पन्न कर धातुओं को बेल्डींग
करने में।
13. हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया क्या है? इसका औद्योगिक अनुप्रयोग क्या है।
उत्तर : उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन द्वारा असंतृप्त कार्बनिक
यौगिकों के अपचयन की क्रिया हाइड्रोजनीकरण कहलाती है।
हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया व्यापारिक महत्त्व की है। इसका उपयोग
वनस्पति तेल से वनस्पति घी (डालडा) बनाने के लिए किया जाता है। वनस्पति
तेलों में प्रायः लंबी असंतृप्त शृंखला होती है जबकि वसा में हाइड्रोकार्बन
श्रृंखला संतृप्त होती है। वनस्पति तेल से वनस्पति घी बनाने के लिए तेलों को
473 K तक गर्म कर उसमें कुछ निकेल फॉर्मेट मिला दिया जाता है तथा उसमें
हाइड्रोजन प्रवाहित किया जाता है। हाइड्रोजन निकेल फॉर्मेट को सूक्ष्म निकेल
कणों में अपचयित कर देता है जो उत्प्रेरक का कार्य करते हैं। तेलों में उपस्थित
लंबी असंतृप्त श्रृंखला वाले वसीय अम्ल हाइड्रोजन द्वारा संतृप्त कार्बन श्रृंखला
वाले यौगिक में अपचयित हो जाते हैं जिनका वनस्पति घी (डालडा) के रूप में
व्यवहार किया जाता है।
14. अभिक्रियाशील समूह किसे कहते हैं? किसी एक अभिक्रियाशील समूह
का नाम लिखें।
उत्तर : कार्बनिक यौगिकों में विद्यमान वैसे समूह को अभिक्रियाशील समूह
कहते हैं जिसके ऊपर उनके मुख्य गुण निर्भर करते हैं। यथा― एथिल
ऐल्कोहॉल का अभिक्रियाशील समूह ऐल्कोहॉलीय हाइड्रॉक्सिल समूह (―OH )
है। ऐल्डिहाइडिक समूह (―CHO) अभिक्रियाशील समूह है।
15. किण्वन द्वारा हम चीनी से एथिल ऐल्कोहॉल कैसे प्राप्त करेंगे?
उत्तर : यीस्ट में मौजूद एंजाइम द्वारा चीनी या स्टार्च का किण्वन कराकर
एथिल ऐल्कोहॉल का उत्पादन किया जाता है।
चीनी, जो सूक्रोस नामक रासायनिक यौगिक है, यीस्ट में विद्यमान एंजाइम
इन्वर्टेज द्वारा ग्लूकोस एवं फ्रक्टोस में परिणत होता है और ग्लूकोस पुनः यीस्ट
में विद्यमान जाइमेज नामक एंजाइम द्वारा एथेनॉल में किण्वित हो जाता है तथा
कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है।
C₁₂H₂₂O₁₁ + H₂O ____इन्वर्टेज/यीस्ट से → C₆H₁₂O₆ + C₆H₁₂O₆
सूक्रोस (चीनी) ग्लूकोस फ्रक्टोस
C₆H₁₂O₆ + जाइमेज/यीस्ट से → 2C₂H₅OH + 2CO₂
ग्लूकोस एथेनॉल कार्बन डाइऑक्साइड
16. मक्खन और खाद्य तेल में अंतर समझने के लिए एक परीक्षण बताएँ।
उत्तर : मक्खन एक वसा है जिसकी हाइड्रोकार्बन शृंखलाएँ संतृप्त होती
हैं। खाद्य तेल में असंतृप्त कार्बन शृंखला वाले यौगिक (वसीय अम्ल) होते है।
ब्रोमीन या बेयर अभिकर्मक असंतृप्त यौगिकों से अभिक्रिया कर रंगहीन हो जाते
हैं। अतः, इनका उपयोग कर मक्खन और खाद्य तेल का परीक्षण कर सकते हैं।
17. ऐल्कोहॉलीय पेय अथवा शराब क्या है?
उत्तर : एथिल ऐल्कोहॉल एक मादक द्रव है जो शराब के रूप में पीने के
काम आता है। ऐल्कोहॉलीय पेय या शराब भिन्न-भिन्न पदार्थों के किण्वन से
बनाई जाती है। इनमें ऐल्कोहॉल की मात्राएँ भी भिन्न-भिन्न होती हैं। ह्विस्की में
43%, जिन में 35% तथा बियर में 4–5% ऐल्कोहॉल विद्यमान रहता है।
18. साबुन क्या है? प्रयोगशाला में साबुन बनाने की विधि का वर्णन करें।
उत्तर : साबुन उच्च वसा अम्लों के सोडियम लवण हैं। यथा-सोडियम
पामिटेट (C₁₅H₃₅ COONa), सोडियम स्टिएरेट (C₁₇H₃₅ COONa) साबुन के
उदाहरण हैं।
जब तेल या वसा (ग्लिसराइड) और सोडियम हाइड्रॉक्साइड के विलयन
को गर्म करते हैं तो साबुन बनते हैं। यह प्रक्रिया साबुनीकरण कहलाती है। इसमें
साबुन के साथ ग्लिसरॉल उपफल के रूप में प्राप्त होता है।
19. साबुन के साफ करने की क्रिया का वर्णन करें।
उत्तर : साबुन के एक अणु में दो भाग होते हैं। एक भाग हाइड्रोकार्बन का
है और दूसरा भाग आयनिक समूह ―COONa समूह का है। हाइड्रोकार्बन
जलविकर्षक होते हैं। कपड़े का मैल साबुन के अणु के हाइड्रोकार्बन वाले भाग से
चिपक जाते हैं।―COONa भाग जो जल से चिपका रहता है, कपड़े की सतह
से मैल को दूर कर देता है जिससे कपड़ा साफ हो जाता है।
20. साबुन एवं अपमार्जक में अंतर बताएँ।
उत्तर : साबुन एवं अपमार्जक में अंतर―
(i) दुर्बल वसा अम्ल का लवण, साबुन, कठोर जल में विद्यमान Ca²⁺
या Mg²⁺ आयन से अभिक्रिया कर अविलेय लवण बनाता है
जबकि सबल सल्फोनिक अम्ल का लवण, अपमार्जक, Ca²⁺ या
Mg²⁺ आयन से अभिक्रिया कर अविलेय लवण नहीं बनाता है।
(ii) साबुन द्वारा कठोर जल से धुलाई का कार्य करने में कठिनाई होती
है, जबकि अपमार्जक द्वारा कठोर जल से भी धुलाई का कार्य किया
जा सकता है।
21. निम्नांकित कार्बनिक यौगिकों का संरचना-सूत्र लिखें।
(i) प्रोपेनॉल (ii) एथेनल (iii) एथीन (iv) एथाइन
उत्तर:
22. निम्नांकित कार्बनिक यौगिकों का संरचना-सूत्र लिखें।
(i) डाइक्लोरोमेथेन (ii) एथेन (iii) मेथेनल (iv) प्रोपेन
उत्तर:
23. निम्नांकित यौगिकों के संरचना-सूत्र लिखें।
(i) मेथेनॉल (ii) एथेनॉल (iii) मेथेनोइक अम्ल (iv) मेथिल मेथेनोएट
24. निम्नांकित यौगिकों के संरचना-सूत्र लिखें।
(i) प्रोपीन (ii) बेंजीन (iii) ब्यूटीन-2 (iv) प्रोपेनोन
उत्तर:
25. निम्नांकित यौगिकों के संरचना-सूत्र लिखें।
(i) एथेनोइक अम्ल (ii) ब्रोमोपेंटेन (iii) व्यूटेनोन (iv) हेक्सेनल
उत्तर:
26. क्या ब्रोमोपेंटेन के संरचनात्मक समावयवी संभव हैं? यदि हाँ, तो
उनका संरचना-सूत्र लिखें।
27. इलेक्ट्रॉन-बिंदु संरचना बनाएँ-
(a) इथेनोइक अम्ल (b) H₂S (c) प्रोपेनोन (d) F₂
उत्तर : (a) इथेनोइक अम्ल =CH₃COOH
(b) H₂S
(c) प्रोपेनोन
(d) F₂
28. साबुन के साफ करने की क्रिया का वर्णन करें।
उत्तर : साबुन के एक अणु में दो भाग होते हैं। एक भाग हाइड्रोकार्बन का
है और दूसरा भाग आयनिक समूह ―COONa समूह का है। हाइड्रोकार्बन
जलविकर्षक होते हैं। कपड़े का मैल साबुन के अणु के हाइड्रोकार्बन वाले भाग से
चिपक जाते हैं। ―COONa भाग जो जल से चिपका रहता है, कपड़े की सतह
से मैल को दूर कर देता है जिससे कपड़ा साफ हो जाता है।
29. प्रकृति में कार्बन के यौगिकों की विशालतम संख्या में उपस्थिति के क्या
कारण हैं?
उत्तर : कार्बन चतुःसंयोजकता और मालाबंधीय गुण के कारण बड़ी
संख्या में कार्बनिक यौगिकों का निर्माण करता है। यही कारण है कि प्रकृति में
इसके यौगिक विशाल संख्या (लगभग तीन मिलियन) में उपस्थित हैं।
अकार्बनिक यौगिकों की अपेक्षा कार्बनिक यौगिकों की संख्या काफी अधिक है।
30. कार्बन एवं उसके यौगिकों का उपयोग ईंधन के रूप में क्यों किया जाता
है?
उत्तर : कार्बन एवं उसके यौगिकों का ईंधन के रूप में उपयोग के
निम्नांकित कारण हैं।
(i) ये दहन के फलस्वरूप अधिक ऊष्मा उत्पन्न करते हैं।
(ii) इनमें कार्बन एवं हाइड्रोजन की मात्रा अधिक होने के कारण इनका
ज्वलन-ताप सामान्य होता है।
(iii) इनका रख-रखाव आसान है।
(iv) इनके दहन का नियंत्रण संभव है।
5 अंक स्तरीय प्रश्न (विकल्प)
1. समावयवता किसे कहते हैं? पेंटेन के समावयवों के नाम एवं
संरचनात्मक सूत्र लिखिए। [JAC 2010 (S), 2017(A), 2020 (A)]
उत्तर : वे यौगिक जिनके अणुसूत्र समान हों लेकिन संरचना सूत्र भिन्न-
भिन्न हो, समावयवी कहलाती है तथा इस घटना को समावयवता कहा जाता है।
पेंटेन (CH12) के समावयव―
(i) नॉर्मल पेंटेन―
H H H H H
| | | | |
H―C―C―C―C―C―H
| | | | |
H H H H H
(ii) आइसो पेंटेन
(iii) नीयो पेंटेन -
2. निम्नलिखित यौगिकों के संरचना सूत्र लिखिए― [JAC 2019 (A)]
(a) इथेनॉइक अम्ल
(b) ब्रोमोपेंटेन
(c) ब्यूटेनोन
(d) हेक्सेनैल
(e) प्रोपेनॉल
उत्तर : (a) एथेनॉइक अम्ल :
H O
| ||
H―C―C―O―H
|
H
(b) ब्रोमोपेंटेन :
H H H H H
| | | | |
H―C―C―C―C―C―Br
| | | | |
H H H H H
(c) ब्यूटेनोन :
H O H H
| || | |
H―C―C―C―C―H
| | |
H H H
(d) हेक्सेनैल :
H H H H H O
| | | | | ||
H―C―C―C―C―C―C―H
| | | | |
H H H H H
(e) प्रोपेनॉल : H-C-C-C-0-H
H H H
| | |
H―C―C―C―O―H
| | |
H H H
3. निम्नांकित कार्बनिक यौगिकों का संरचना सूत्र लिखिए-―
(a) डायक्लोरोमिथेन (b) इथानोइक अम्ल (c) इथेन
(d) फॉरमल्डिहाइड (e) प्रोपेन
उत्तर:
(a) डायक्लोरोमिथेन :
H
|
Cl―C―Cl
|
H
(b) इथानोइक अम्ल :
H O
| ||
H―C―C―O―H
|
H
(c) इथेन
H H
| |
H―C―C―H
| |
H H
(d) फॉरमल्डिहाइड
O
||
H―C―H
(e) प्रोपेन
H H H
| | |
H―C―C―C―H
| | |
H H H
4. निम्नलिखित यौगिकों के संरचना सूत्र लिखिए
(a) मोनोक्लोरोमिथेन
(b) मिथेन
(c) एथीन
(d) एथेनॉल
(e) वेंजीन
उत्तर : (a) मोनोक्लोरोमिथेन :
H
|
H―C―Cl
|
H
(b) मिथेन :
H
|
H―C―H
|
H
(c) एथीन :
(d) एथेनॉल:
H H
| |
H―C―C―OH
| |
H H
(e) बेंजीन :
5. निम्नलिखित का संरचना सूत्र लिखें―
(a) प्रोपेनॉल (b) इथेनल (c) इथीन (d) इथाइन
उत्तर : (a) प्रोपेनॉल:
H H H
| | |
H―C―C―C―OH
| | |
H H H
(b) इथेनल:
H O
| ||
H―C―C―H
|
H
(c) इथीन:
H―C = C―H
| |
H H
(d) इथाइन: H―C≡C―H
6. (a) संतृप्त और असंतृप्त हाइड्रोकार्बनों में कोई दो अंतर लिखिए।
(b) उपरोक्त दोनों प्रकार के हाइड्रोकार्बनों का एक-एक उदाहरण दें।
(c) C₈H₁₆ यौगिक संतृप्त है या असंतृप्त और क्यों ? [JAC 2015 (A)]
उत्तर : (a) संतृप्त हाइड्रोकार्बन : ऐसे हाइड्रोकार्बन जिनमें प्रत्येक कार्बन
परमाणु की चारों संयोजकताएँ एकल बंध द्वारा संतुष्ट होती हैं, संतृप्त
हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। इन्हें एल्केन भी कहा जाता है।
असंतृप्त हाइड्रोकार्बन : ऐसे हाइड्रोकार्बन जिनमें दो कार्बन परमाणुओं के
मध्य कम-से-कम एक द्विबंध या त्रिबंध हों, असंतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं।
(b) संतृप्त हाइड्रोकार्बन उदाहरण―मेथेन, प्रोपेन आदि।
असंतृप्त हाइड्रोकार्बन उदाहरण―एल्कीन, एल्काइन आदि।
(c) C₈H₁₆ असंतृप्त हाइड्रोकार्बन है, क्योंकि यह CₙH₂ₙ+₂ के रूप का
न होकर CₙH₂ₙ के रूप का है।
(a) परखनली B में लिए गए कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में
आप क्या परिवर्तन देखते हैं?
(b) परखनली A में होने वाली रासायनिक अभिक्रिया लिखें।
(c) परखनली B में होने वाली रासायनिक अभिक्रिया लिखें।
(d) यदि एथेनॉइक अम्ल के स्थान पर ऐथेनॉल लिया जाय तो
आप किस प्रकार के परिवर्तन की अपेक्षा करते हैं?
(e) प्रयोगशाला में चूने का पानी किस प्रकार बनाया जा सकता है?
उत्तर : (a) दूधिया हो जाएगा
(b) 2CH₃COOH + Na₂CO₃ → 2CH₃COONa + H₂O + CO₂
(c) Ca(OH)₂ + CO₂ → CaCO₃ + H₂O
(d) अभिक्रिया नहीं करेगा। अतः कोई परिवर्तन नहीं।
(e) CaO को जल में घोलकर छान लेने पर चूने का पानी प्राप्त होता है।
8. दिए गए चित्र में एस्टरीकरण की प्रक्रिया दर्शायी गई है। [1], [2], [3],
उत्तर : [1] बीकर [2] तार की जाली [3] बर्नर [4] त्रिपाद बैठकी
अभिक्रिया का समीकरण-
CH₃COOH + C₂H₅OH___Conc. H₂SO₄→CH₃COOC₂H₅ + H₂O
(एस्टर)
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